अफगानिस्तान में हम जीत के करीब: तालिबान
९ सितम्बर २०१०मुल्ला उमर ने ईद के मौके के लिए अपनी जीत का संदेश तैयार किया. बुधवार को अमेरिका के एसआईटी इंटेलीजेंस ग्रुप ने उमर के इस संदेश को पकड़ लिया. अपने संदेश में मुल्ला उमर ने कहा, ''जिन सैन्य विशेषज्ञों ने अफगानिस्तान के लिए रणनीति बनाई थी, वह अब नई रणनीति बनाने के लिए माथापच्ची कर रहे हैं. वो लोग यह कबूल करने लगे हैं कि उनकी रणनीति नाकामी के अलावा कुछ भी नहीं थी.''
तालिबान कमांडर ने नाटो और अंतरराष्ट्रीय सहायक सेनाओं के हौसले को पस्त करार दिया. उमर ने कहा, ''नाटो के आलावा जो विदेशी सेनाएं यहां कब्जा करने आईं थी, वो भी अब दवाब में हैं. उनकी जनता बढ़ते सैन्य खर्च, नाकामी और सैनिकों की मौत को लेकर दबाव बना रही है. हर कोई खिसियाते हुए अफगानिस्तान से बाहर निकले का रास्ता देख रहा है.''
नए संदेश में उमर ने तालिबानी आतंकवादियों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की है. तालिबानी नेता ने लड़ाकों से अपील की है कि वह एक बार आखिरी लड़ाई के मकसद से हथियार उठाएं और अंतरराष्ट्रीय सेनाओं को बाहर खदेड़ दें.
अमेरिका को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, ''मैं इस संदेश के जरिए बताना चाहता हूं कि तुम जल्द से जल्द अपनी सेनाएं बिना शर्त यहां से हटा लो. इससे तुम ही फायदे में रहोगे.'' मुल्ला उमर 2001 से लापता है. लेकिन बीच बीच में आते उसके ऑडियो और वीडियो मैसेजों का पश्चिमी देशों के पास कोई सुराग नहीं है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन