आतंकी हमले के बाद फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट के कैमरा पर सवाल
७ मार्च २०११बर्लिन से प्रकाशित जर्मन अखबार डी वेल्ट में इस आशय की एक रिपोर्ट दी गई थी. इस बारे में पूछे जाने पर हवाई अड्डे के अधिकारियों ने अखबार के दावे का खंडन किया है. हवाई अड्डे की संचालन संस्था फ्रापोर्ट के एक प्रवक्ता ने कहा कि कैमरा काम कर रहे थे और उसकी रिकॉर्डिंग जाचकर्ताओं को सौंप दी गई है.
पिछले बुधवार को कोसोवाई मूल का 21 वर्षीय युवक आरिद यू अपना बंदूक लेकर फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे के सामने अमेरिकी सैनिकों से भरी एक बस में घुस गया था. वहां अंधाधुंध गोली चलाते हुए उसने दो सैनिकों की हत्या कर दी. इसके अलावा दो सैनिक घायल भी हो गए थे. उसने एक पांचवें सैनिक पर भी गोली चलाई थी, लेकिन उसका बंदूक जैम हो गया था. उसके बाद वह टर्मिनल के अंदर भागा, जहां लोगों ने उसे दबोच लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
अमेरिकी वायुसेना की सूचनाओं के अनुसार इस हमले में 25 वर्षीय निकोलास ऐल्डेन और 21 वर्षीय जैखरी केडबैक की मौत हो गई.
अभियोक्ताओं द्वारा दी गई सूचनाओं के अनुसार उसने जांचकर्ताओं को बताया है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की कथित ज्यादतियों का बदला लेने के लिए उसने यह हमला किया था. यह जर्मनी में पहला इस्लामपंथी आतंकवादी हमला था.
अब तक हुई जांच से ऐसे संकेत नहीं मिले है कि वह किसी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी गिरोह का सदस्य था. जांचकर्ताओं के अनुसार उसे इंटरनेट से आतंकवादी हमले की प्रेरणा मिली थी. जर्मन पुलिस संघ के अध्यक्ष राइनर वेंट ने मांग की है कि चरमपंथी वेबसाइटों की निगरानी के लिए दो हजार अतिरिक्त कर्मचारी नियुक्त किए जाएं.
एक माह पहले जर्मन सुरक्षा अधिकारियों ने कहा था कि आतंकवादी हमलों की आशंका के मद्देनजर दिसंबर में उठाए गए सुरक्षा के अतिरिक्त कदम अब धीरे-धीरे वापस लिए जाएंगे. अभी तक इस निर्णय में परिवर्तन के कोई संकेत नहीं मिले हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: आभा एम