इस्राएल-हमास के झगड़े में कूदा ईरान
२१ नवम्बर २०१२एक इस्राएली अधिकारी ने बस में हुए धमाके को 'आतंकवादी हमला' कहा. बस में धमाका इस्राएली सेना के मुख्यालय के पास हुआ. धमाके के कुछ ही देर बाद इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्जामिन नेतन्याहू के प्रवक्ता ओफिर गेनडेलमान ने ट्विटर पर कहा, "मध्य तेल अवीव में बस में एक बम फटा है. यह आतंकवादी हमला है. ज्यादातर घायलों को मामूली चोटें आई हैं."
तेल अवीव में हुए धमाके के बाद गजा में भी बड़े धमाके सुने गए. खबर आ रही हैं कि इस्राएल ने फुटबॉल स्टेडियम के पास रॉकेट दागे. बुधवार दोपहर तक पांच और लोग इस्राएली हमलों में मारे गए. इस्राएल का कहना है कि मंगलवार रात से अगले दिन दोपहर तक उसने गजा में 100 जगहों पर हमले किए हैं. चरमंपथियों ने भी इसके जवाब में रॉकेट दाग रहे हैं.
पिछले हफ्ते शुरू हुए गजा संकट को हल करने की कोशिश में फिलहाल अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून मिस्र पहुंचे हैं. बीते हफ्ते इस्राएल ने फलीस्तीनी उग्रपंथी संगठन हमास के सैन्य कमांडर को हवाई हमले में मार दिया, इसके बाद से इलाके में तनाव है. इस्राएल और हमास एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं. बुधवार को क्लिंटन और मून ने मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी से बातचीत की. तीनों नेताओं के बीच पश्चिमी तट पर बातचीत हुई.
इस बीच ईरान ने गजा में हमास को सैन्य मदद भेजी है. ईरानी संसद की वेबसाइट में कहा गया है, "हमें फलीस्तीन और हमास के लोगों की रक्षा करने में गर्व है. और उन्हें हमारी सैन्य और वित्तीय सहायता है." यह पहला मौका नहीं है जब ईरान ने फलीस्तीन और हमास का समर्थन किया है.
इस्राएल का आरोप है कि ईरान हमास का फर्ज 5 मिसाइलें दे रहा है. इन मिसाइलों को इस्राएल पर दागा जा रहा है. बुधवार को ईरानी सेना रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख जनरल मोहम्मद अली जाफरी ने कहा कि तेहरान सिर्फ मिसाइलों की तकनीक साझा कर रहा है, "ईरान दुनिया पर दादागिरी करने वालों सभी मुसलमानों को सहायता देता है." दादागिरी शब्द का इस्तेमाल तेहरान इस्राएल के लिए करता है. जाफरी ने कहा कि तेल अवीव पर मारी गई फर्ज 5 मिसाइल ईरान की नहीं है, लेकिन उसकी तकनीक जरूर उन्होंने दी है. सैन्य प्रमुख के मुताबिक गजा में इन मिसाइलों को अंधाधुंध उत्पादन हो रहा है.
इस बीच पाकिस्तान ने भी गजा पर हो रहे इस्राएली हमलों की आलोचना की है. विकास कर रहे आठ मुस्लिम देशों के गुट डी8 का इस्लामाबाद में सम्मेलन हो रहा है. सम्मलेन के उद्धाटन से पहले पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खर ने हमलों को 'आक्रामक' कार्रवाई कहा. विकासशील और सबसे ज्याद मुस्लिम आबादी वाले देशों का सम्मेलन गुरुवार से शुरू होना है. इसमें मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी, ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद, तुर्की के प्रधानमंत्री रेचप तैयब एर्दोवान के साथ बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया और नाइजीरिया के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. मिस्र के अधिकारियों के मुताबिक सम्मेलन के दौरान मुर्सी, ईरान और तुर्की के साथ सीरिया के हालातों पर भी चर्चा करेंगे.
ओएसजे/एनआर (एपी, एएफपी)