किम जोंग उन की पत्नी एक साल बाद नजर आईं
१७ फ़रवरी २०२१मंगलवार को एक कंसर्ट में री सोल जू अपने पति के साथ नजर आईं. यह कंसर्ट किम जोंग उन के पिता किम सुंग इल के जन्मदिन के मौके पर आयोजित किया गया था. उत्तर कोरिया पर नजर रखने वाले विश्लेषक इससे पहले री लेकर तरह तरह की आशंकाएं जता रहे थे.
इससे पहले री सोल जू को आखिरी बार सार्वजनिक रूप से 25 जनवरी 2020 को देखा गया था जब वे अपने पति के साथ सामिज्योन थिएटर में नए साल के मौके पर हुए एक कार्यक्रम में शामिल हुईं. सरकारी मीडिया की ओर से जारी तस्वीरों में उन्हें उत्तर कोरियाई नेता और अपनी आंटी किम क्योंग हुई के बीच में खड़े हो कर ताली बजाते देखा गया. उनके चारों तरफ वर्कर्स पार्टी के वफादार सदस्य मौजूद थे.
विश्लेषक री को उत्तर कोरिया के नेतृत्व में अंदर से एक बदलाव के प्रतीक की तरह देखते हैं. एक नई महिला का चेहरा जो देश के भीतर और बाहर शासन की छवि को थोड़ा नरम दिख सकता है. शादी के शुरुआती सालों में इसके कुछ मनचाहे नतीजे भी देखने को मिले. किम जोंग उन की पत्नी के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है. माना जाता है कि उनका जन्म 1985 से 1989 के बीच कभी हुआ और उन्होंने किसी विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की है जो उत्तर कोरियाई लोगों के लिए किसी बड़े सम्मान से कम नहीं है.
री और किम ने कथित रूप से 2009 में जल्दबाजी में शादी की. तब किम के पिता किम जोंग इल को स्ट्रोक हुआ था और परिवार चाहता था कि वंश आगे बढ़े. किम जोंग इल का दिसंबर 2011 में देहांत हुआ, तब तक री ने एक बेटे को जन्म दे दिया था. ऐसी खबरें हैं कि इसके बाद उनकी दो और संतान हुईं लेकिन इस बात की स्वतंत्र रूप से कभी पुष्टि नहीं हो सकी.
प्रथम महिला का उत्तर कोरियाई संस्करण
किम के शासन के शुरुआती दिनों में उनकी पत्नी अकसर उनके साथ घरेलू कार्यक्रमों में नजर आती थीं. जुलाई 2021 में सरकारी मीडिया ने इस बात की पुष्टि की कि वह उनकी पत्नी हैं. दक्षिण कोरिया की मीडिया में आने वाली खबरों के मुताबिक उनकी शानदार पहनावे की शैली, बालों के डिजायन और हैंडबैग के डिजायनों को प्योंग्यांग के ऊंचे समाज में कॉपी किया जाता है. आम लोग उसके सपने देखते हैं क्योंकि उनके पास इस तरह की विलासिताओं को पूरा करने के लिए साधन नहीं है.
जब री अपने पति के साथ चीन के सरकारी दौरे पर मार्च 2018 में नजर आईं तो इस बात के सबूत और पक्के हो गए कि उन्हें देश की प्रथम महिला के रूप में तैयार किया जा रहा था. उन्होंने अप्रैल 2018 में अंतरकोरियाई सम्मेलन में भी हिस्सा लिया जहां उनकी मुलाकात दक्षिण कोरियाई प्रथम महिला से हुई. इसके अगले साल उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी पत्नी के कोरिया के सरकारी दौरे में बतौर मेजबान मदद की. इसके बाद से वे नजर नहीं आ रही हैं.
अटकलों का बाजार
तोशिमित्सु शिगेमुरा टोक्यो की वासेदा यूनिवर्सिटी में हैं और उन्होंने किम वंश पर कई किताबें लिखी हैं. उनका कहना है कि एक साल से री के नजर नहीं आने के बारे में कई तरह की बातें हो रही थीं. तोशिमित्सू शिकेमुरा ने डीडब्ल्यू से कहा, "मैंने सुना है कि उन्होंने एक और बच्चे को जन्म दिया है, जो उनका चौथा बच्चा होगा और वो कोरोना वायरस की महामारी के चलते सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आना चाहतीं. मंगलवार को री के सामने आने के बाद उत्तर कोरिया के खुफिया विभाग ने कथित रूप से कहा है कि कोविड की महामारी के चलते ही री सोल जू सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आ रही थीं और शायद यह समय उन्होंने अपने बच्चों के साथ बिताया. हालांकि सरकार अब भी इसी बात पर अड़ी हुई है कि उत्तर कोरिया में कोविड-19 से कोई बीमार नहीं है."
शिकेमुरा के मुताबिक, "कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि री और किम के रिश्ते खराब हो गए हैं और दोनों साथ वक्त नहीं बिता रहे हैं या फिर शायद किम को यह लग रहा है कि उनकी पत्नी अपने कपड़ों और बालों के स्टाइल की वजह से लोगों का ज्यादा ध्यान खींच रही हैं. पुरुष प्रधान कोरियाई समाज में एक तानाशाह के लिए यह सब ज्यादा काम नहीं आता."
ट्रॉय यूनिवर्सिटी के सियोल कैम्पस में अंतरराष्ट्रीय संबंध के प्रोफेसर डैनियल पिनक्स्टन इस बात से सहमत हैं कि री का इतने लंबे समय तक मीडिया कवरेज से बाहर रहना सामान्य बात नहीं है. उनका कहना है, "कुछ समय तक वो हर जगह अपने पति के साथ थीं, खेतों और फैक्ट्रियों तक में और अब वो कही नहीं हैं. जो कुछ हम उत्तर कोरिया की स्थिति के बारे में सुनते हैं उसमें वो कोरियाई नेता के साथ एक स्टायलिश और सम्मानित महिला के रूप में उभरी हैं. कोरिया पर नजर रखने वाले कुछ लोग उन्हें शासन के भीतर एक सुधारवादी और आधुनिक तौर तरीकों का प्रतीक मानते हैं, हालांकि फिलहाल तो यह साफ नहीं है कि इसका कितना विस्तार हुआ है."
इसकी बजाय हाल के वर्षों में उत्तर कोरिया में अगर कुछ हुआ है तो वह यही है कि किम फिर एक बार अपनी सेना पर ज्यादा भरोसा दिखा रहे हैं और देश से जुड़े रोजमर्रा के फैसलों की कमान उनके जनरलों के पास ही है. यहां तक कि अर्थव्यवस्था के बारे में भी उन्हीं की चल रही है.
रिपोर्टः यूलियन रयाल/एनआर
__________________________
हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore