एबटाबाद जैसी कार्रवाई नहीं करेगा भारतः मनमोहन
१३ मई २०११राजधानी काबुल में अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "ओसामा बिन लादेन इतने दिनों तक पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में रहा. इस बात की विस्तृत तौर पर जांच की जानी चाहिए."
सिंह ने बिन लादेन के मारे जाने की घटना को इतिहास का अनोखा क्षण बताते हुए कहा कि भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को मिल कर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है.
यह पूछे जाने पर कि जिस तरह अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन का सफाया किया, क्या भारत भी अपने वांछित अपराधियों के खात्मे के लिए उस तरह की कार्रवाई कर सकता है, प्रधानमंत्री ने कहा, "ये संवेदनशील मामले हैं और हम आतंकवाद के खिलाफ रणनीति पर प्रेस कांफ्रेंसों में चर्चा नहीं करते हैं."
मनमोहन सिंह ने अपनी बात यूं खत्म की, "मैं कहना चाहता हूं कि भारत अमेरिका जैसा नहीं है." यह बयान इस बात का साफ संकेत देता है कि वह ऐसी किसी कार्रवाई के पक्ष में नहीं हैं.
ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बारे में उन्होंने कहा कि इसके साथ ही क्षेत्र में नई स्थिति पैदा हो गई है और भारत, पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान को इसे पहचानना चाहिए. इन देशों को आतंकवाद के खिलाफ मिल कर कार्रवाई करनी चाहिए.
दो दिनों के दौरे पर अफगानिस्तान गए प्रधानमंत्री ने वहां के विकास के लिए अगले कुछ सालों में 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता देने का वादा किया.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः एस गौड़