ऐसे हैं जर्मनी के ट्रैफिक रूल्स
दुनिया की सबसे तेज रफ्तार सड़कों वाले देश जर्मनी में ड्राइविंग के नियम भी बहुत सख्त हैं. एक नजर इन कायदे कानूनों पर.
लाइसेंस की उम्र
जर्मनी दुनिया का अकेला देश है जहां मोटरवे पर कोई स्पीड लिमिट नहीं है. कानूनी अभिभावक के साथ गाड़ी चलाने की शर्त पर लाइसेंस 17 साल की उम्र में बनता है. वैसे ड्राइविंग लाइसेंस 18 साल पूरे करने के बाद बनता है.
फुल स्पीड वाले
ऑटोबान यानी मोटरवे पर ऐसे ड्राइवरों से भी पाला पड़ता है जो बहुत ही तेज गाड़ी भगा रहे होते हैं. पासिंग वाली लेन में अगर कोई धीमे चल रहा हो तो कुछ ड्राइवर गाड़ी बिल्कुल पीछे चिपका देते हैं. वो हेडलाइट का फ्लैश मारकर रास्ते से हटने को कहते हैं. असल में वह ये बताते हैं कि आप फास्ट लेन को ब्लॉक नहीं कर सकते. ऐसे में घबराए बिना लेन बदल लीजिए.
जगह जगह स्पीड कैमरे
जर्मनी में ऑटोबान के साथ साथ शहर और गांव की सड़कों पर भी स्पीड कैमरे लगे होते हैं. गांव से गुजरते हुए जहां किसी के 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पार की वहीं स्पीड कैमरे अपने आप फोटो खींच लेते हैं और कुछ हफ्तों बाद चालान घर पहुंचता है. ऑटोबान के दुर्घटना संभावित इलाकों में भी स्पीड लिमिट तय की जाती है और अक्सर वहां कैमरे होते हैं.
मोबाइल बिल्कुल नहीं
जर्मनी में गाड़ी चलाते समय हाथ में मोबाइल होना ही नहीं चाहिए. अगर आप ऐसा करते हुए पकड़े गए तो 100 यूरो का जुर्माना और ड्राइविंग लाइसेंस पर एक पेनल्टी प्वाइंट लगेगा. साइकिल चलाते हुए मोबाइल का इस्तेमाल करने पर भी जुर्माना लगता है.
इमरजेंसी लेन बनाना
ऑटोबान पर जाम लगने की स्थिति में बिल्कुल बायीं लेन वाली गाड़ियों को एकदम बायीं तरफ जाना पड़ता है. बाकी लेन की गाड़ियों को बिल्कुल दाहिनी तरफ. इस तरह बीच की जगह एम्बुलेंस और पुलिस के लिए छोड़नी पड़ती है. अगर कोई इस जगह को ब्लॉक करे तो उसे 200 यूरो जुर्माना चुकाना पड़ सकता है. साथ ही लाइसेंस पर एक प्वाइंट भी लगता है.
पहली जिम्मेदारी खुद की
गाड़ी खराब होने या दुर्घटना की स्थिति में ड्राइवरों को अपनी कार से चेतावनी देने वाले त्रिकोण निशान निकालकर 100 मीटर दूर लगाना पड़ता है. ड्राइवरों को फ्लूरोसेंट रंग की चमकदार जैकेट भी पहननी पड़ती है. कार में इन दोनों चीजों के साथ साथ फर्स्ट एड किट भी होना ही चाहिए.
अल्कोहल लिमिट
नया लाइसेंस बनाने के दो साल तक ड्राइवर अल्कोहल पीकर गाड़ी बिल्कुल नहीं चला सकता. दो साल बाद बहुत कम अल्कोहल पीकर गाड़ी चलाई जा सकती है. लेकिन खून में अल्कोहल कंटेंट 0.5 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए. साइकिल सवारों के लिए लिमिट 1.6 फीसदी है. इससे ज्यादा अल्कोहल पीकर गाड़ी चलाने पर 500 यूरो का जुर्माना लगता है और लाइसेंस भी रद्द हो जाता है. बेहतर यही है कि नशे में गाड़ी बिल्कुल न चलाई जाए.
विंटर टायर
अक्टूबर से अप्रैल तक जर्मनी में कार चलाते समय विंटर टायर या ऑल वेदर टायर इस्तेमाल करने जरूरी हैं. गर्मियों के अलग टायर होते हैं जिन्हें समर टायर कहा जाता है. विंटर टायर बर्फ और पाले में बेहतर ग्रिप देते हैं. अगर सर्दियों में कोई समर टायर के साथ पकड़ा गया तो जुर्माना भी लगता है और प्वाइंट भी लगते हैं. हादसे की स्थिति में इंश्योरेंस पैसा भी नहीं देता है.
वॉर्निंग साइन
तेज रफ्तार ऑटोबान पर अचानक जाम भी मिलता है. ऐसा जाम दिखते ही आपको अपनी गाड़ी की पार्किंग या वॉर्निंग लाइट जलानी पड़ती है ताकि पीछे वालों को पता चल जाए कि आगे जाम लगा हुआ है. वरना तेज रफ्तार से आने वाली कारें पीछे से टक्कर मार सकती हैं.
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