ऑफिस में प्यार, तो सबसे करो इकरार
१६ जनवरी २०११हर ऑफिस के अपने कायदे कानून होते हैं. आम तौर पर हर कंपनी अपने पास 'कोड ऑफ कंडक्ट' की सूची रहती है और अपने कर्मचारियों से यह उम्मीद करती है वे उसका पालन करें. लेकिन यदि इस सूची में निजी बातों को भी रखा जाए तो मामला थोडा टेढ़ा लगता है. ब्रिटेन में एक नई पॉलिसी के तहत कर्मचारियों को अपने निजी संबंधों की जानकारी अपने मैनेजर को लिखित में देनी होगी.
ब्रिटेन के फेनलैंड जिला परिषद में मानव संसाधन अधिकारियों का तैयार किया गया यह प्रस्ताव विवादों में घिरा है. ट्रेड यूनियन ने भी इस पर खासी नाराजगी जताई है.
प्रस्ताव में कहा गया है, "यदि किसी भी कर्मचारी के अपनी ही टीम में काम करने वाले किसी कर्मचारी के साथ अफेयर हो तो उसे यह बात लिखित तौर पर घोषित करनी होगी. यह जानकारी मैनेजर अपने कर्मचारियों की फाइलों में रिकॉर्ड के तौर पर रखेंगे."
पॉलिसी में कर्मचारियों को काम के समय पर प्यार मोहब्बत की बात न करने की हिदायत दी गई है. इसे न मानने वालों को नौकरी से हाथ भी धोना पड सकता है. प्रस्ताव में कहा गया है, "किसी भी तरह की अवहेलना को अपराध माना जाएगा और उस कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी."
ब्रिटेन की ट्रेड यूनियन के रोजगार अधिकारों की अध्यक्ष सारा वेयल ने इसे मज़ाक में उड़ाते हुए कहा, "कार्यस्थल पर संबंध बनना एक बहुत ही आम बात है, लेकिन अपनी भावनाओं को प्रकट करने का यह तो कोई रोमेंटिक तरीका नहीं है." उन्होंने कहा कि मैनेजरों को अपने कर्मचारियों की निजी जिंदगी के बारे में कुछ जानने की जरूरत नहीं है, "कार्यस्थल पर अनुशासन होना जरूर है, लेकिन इस तरह की तानाशाही केवल कर्मचारियों के निजी जीवन में असंतोष पैदा करेगी."
बहरहाल ब्रिटेन में इस महीने पार्षद चर्चा करेंगे कि इस प्रस्ताव को व्यवहार में लाना चाहिए या नहीं. कम से कम उन लोगों को तो यह पॉलिसी दिक्कत में डाल ही देगी जिन्हें अपनी फाइलों में पत्नी के साथ साथ ऑफिस में मौजूद गर्लफ्रेंड का नाम भी बताना पड़ेगा. और क्या पता फाइल में एक से अधिक नाम लिखने की अनुमति हो न हो!
रिपोर्ट: एजंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: ए जमाल