ओबामा के स्वर्ण मंदिर न जाने से सिख दुखी
२३ अक्टूबर २०१०न्यूयॉर्क टाइम्स और कई दूसरे मीडिया संगठनों ने ओबामा के प्रस्तावित कार्यक्रम में से स्वर्ण मंदिर को हटाए जाने की खबर छापी है. इसके पीछे स्वर्ण मंदिर में जाने वालों के लिए सिर को ढकना अनिवार्य होने को वजह बताया जा रहा है. सिख धर्म में किसी भी पूजा स्थल पर जाने के लिए सिर को ढकना जरूरी होता है.
ऐसी खबरें हैं कि सिर को ढकने के बाद ओबामा मुस्लिम की तरह दिखेंगे और ऐसा होना उनके राजनीतिक हितों के खिलाफ जा सकता है. इसलिए स्वर्ण मंदिर के कार्यक्रम को ओबामा की यात्रा से निकाला जा रहा है.
सिख संगठन से जुड़ी मनबीना कौर ने कहा, "अगर राष्ट्रपति ओबामा का स्वर्ण मंदिर दौरा सचमुच रद्द कर दिया गया है तो हमें बेहद अफसोस है. स्वर्ण मंदिर ऐसी जगह है जहां सभी धर्मों, जातियों, और संस्कृतियों से जुड़े लोग आते हैं. राष्ट्रपति का यहां आना दुनिया के लिए एक बड़ा संदेश होता कि वे सभी धर्मों की इज्जत करते हैं. यह शर्मनाक है कि वह वहां नहीं जा पाएंगे."
अमेरिका पर 9/11 के हमले के बाद सिख समुदाय के लोगों को उनकी पगड़ी और दाढ़ी के कारण कुछ अमेरिकियों की बदसलूकी का शिकार होना पड़ा. सिख संगठन के मुताबिक पूरे देश में अब तक 900 से ज्यादा हिंसा और दुर्व्यवहार की घटनाएं दर्ज हुई हैं. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बदसलूकी करने वाले लोग सिखों को मध्यपूर्व एशिया या फिर मुस्लिम धर्म से जुड़ा मानते हैं.
सिखों के संगठन ने उम्मीद जताई है कि, "राष्ट्रपति स्वर्ण मंदिर जाएंगे और अमेरिकी बहुसंस्कृतिवाद की सोच का सबक दुनिया में फैलाएंगे." उधर व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव रॉबर्ट गिब्स ने कहा है कि राष्ट्रपति के भारत दौरे का कार्यक्रम अंतिम रूप से तैयार नहीं हुआ है. गिब्स ने कहा, "भारत एक बड़ा देश है. यहां राष्ट्रपति तीन दिन से ज्यादा बिताएं तो उन्हें बेहद खुशी होगी लेकिन उन्हें कुछ खास कामों के लिए अपना समय निकालना है. उनका दौरा खासतौर से ऐसे कार्यक्रमों के लिए ही है. मुंबई और दिल्ली के कार्यक्रमों में वह काफी व्यस्त रहेंगे."
गिब्स ने कहा कि अगले कुछ दिनों में उनके दौरे का कार्यक्रम तय हो जाएगा और तभी पता चल सकेगा कि वह कहां कहां जाएंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार