कांटेदार मुकालबे में डेमोक्रैट्स की हालत पतली
२ नवम्बर २०१०मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस के लिए होने वाले मध्यावधि चुनावों से पहले सभी सर्वेक्षणों में ओबामा की डेमोक्रैटिक पार्टी पर हार का खतरा मंडराता दिखाई दे रहा है. सर्वे कहते हैं कि निचले सदन प्रतिनिधि सभा में तो बहुमत रिपब्लिकन पार्टी के पास जा सकता है, जबकि सीनेट में भी उसकी ताकत मबजूत होगी. हालांकि कई जानकारों को ऊपरी सदन सीनेट में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है.
इस बीच राष्ट्रपति ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा को नेवादा में तैनात किया गया है जहां सीनेट में बहुमत पक्ष के नेता हैरी रीड को अपनी सीट बचाने में खासी मुश्किलें पेश आ रही हैं. यह सीट ऐसे राज्य में पड़ती है जहां बेरोजगार लोगों की बड़ी संख्या है. मिशेल ने कहा, "क्या हम यह कर सकते हैं? हां, हम यह कर सकते हैं. हां हमें करना ही होगा." उन्होंने राष्ट्रपति ओबामा के उसी यस, वी कैन को नारे पर अपना भाषण केंद्रित किया जिसके सहारे ओबामा को दो साल पहले गद्दी मिली.
वहीं, ओबामा ने पेनसिल्वेनिया ने लोगों को खबरदार किया कि अगर रिपब्लिकनों की जीत हुई तो वे उन्हीं नीतियों को वापस लाएंगे जिसकी वजह से 2008 में आर्थिक मंदी आई. इसी के चलते हर दस में एक अमेरिकी अब भी बेरोजगार है. राष्ट्रपति ने डब्ल्यूडीएएस एफएम रेडियो पर कहा, "असल बात यह है कि हम प्रगति कर रहे हैं. हम सही दिशा में जा रहे हैं. अगर आपने वोट नहीं दिया है तो वोट डालो क्योंकि आपके वोट से आने वाले दशक भी तय होंगे." राष्ट्रपति को यह डर है कि कहीं दो साल के भीतर ही बदलाव के उनके नारे की हवा न निकल जाए.
मुश्किलों में घिरे डेमोक्रैट्स उम्मीदवारों के लिए उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी अपनी पूरी ताकत लगाई. अमेरिकी मतदाता सीनेट की 100 में से 37 सीटों, 50 में 37 राज्यों के गवर्नरों और प्रतिनिधि सभा की सभी 345 सीटों के लिए वोट डालने जा रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी