कॉमनवेल्थ में घपले की जांच होः फेनेल
२० अगस्त २०१०फेनेल ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों की जांच का काम भारतीय अधिकारियों पर छोड़ दिया गया है. हाल ही में ऐसी खबरें आई हैं कि आयोजन के दौरान जबरदस्त वित्तीय धांधलियां हुई हैं.
आयोजन स्थलों का दौरा करने के बाद फेनेल ने कहा कि वह आम तौर पर तैयारियों से खुश हैं लेकिन चाहते हैं कि फिनिशिंग टच का काम भी जल्द पूरा हो जाए, जिसमें साफ सफाई और दूसरी चीजें शामिल हैं. उन्होंने खास तौर पर कहा कि खेल गांव का काम तय समय से पीछे चल रहा लगता है. उन्होंने कहा, "इस दौरे का मकसद आयोजन स्थलों की तैयारियां देखना था. यहां भ्रष्टाचार की खबरें हैं, जो कॉमनवेल्थ गेम्स फेडेरेशन के लिए बड़ी चिंता की बात है."
फेनेल ने कहा कि फेडरेशन कहीं भी किसी तरह की धांधली से नहीं जुड़ा रहा है और वह चाहते हैं कि भारतीय अधिकारी इन मामलों की विस्तार से जांच करें. हम सभी भारतीय अधिकारियों को जांच के लिए कहते हैं. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक और सफाई से जुड़ी परेशानियां कोई बहुत बड़ी बात नहीं है क्योंकि दिल्ली दसियों साल बाद पहली बार कोई अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन कर रहा है. इससे पहले दिल्ली में 1982 के एशियाई खेल हुए थे. उन्होंने कहा, "फिनिशिंग का काम बाकी है. लेकिन नई इमारतों में इस तरह की बात आती है. कोई बहुत परेशानी वाली बात नहीं है." हालांकि उन्होंने कहा कि आयोजन स्थलों पर फौरन बेहतर सफाई की जरूरत है.
सितंबर के मध्य में खेल गांव खिलाड़ियों के लिए खोल दिया जाएगा और फेनेल चाहते हैं कि कम से कम वहां का काम सबसे पहले पूरा कर लिया जाए. उन्होंने खेल गांव का दौरा करने के बाद कहा कि कुछ इमारतों की फिनिशिंग बहुत अच्छी नहीं है लेकिन वह कुल मिला कर खुश हैं. फेनेल ने कहा, "इन आयोजन स्थलों को देख कर ही जनता खेलों के बारे में छवि बनाएगी. यहां विश्व स्तर के स्टेडियम बने हैं और मुझे यकीन है कि खेल खत्म होने के बाद इसकी शानदार यादें साथ रहेंगी."
फेनेल ने कहा कि खाने पीने और सेहत का खास ध्यान देना जरूरी है. उनके मुताबिक यहां शामिल हो रहे खिलाड़ियों को बेहतरीन खाना दिया जाना जरूरी है और इस बात पर कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन खास ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा कि अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है और सड़कों तथा दूसरी चीजों को फौरन दुरुस्त किया जाना जरूरी है.
उन्होंने सुरक्षा को लेकर पूरी संतुष्टि जताई और कहा कि इस मामले में उन्हें कोई संदेह नहीं है. हाल तक फेनेल तैयारियों और सुरक्षा को लेकर उत्साहित नहीं थे लेकिन उन्होंने कहा कि इस बार वह संतुष्ट होकर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि साढ़े छह साल के मैराथन रेस का आखिरी चक्र आ गया है और यह इतना आसान नहीं है. उन्होंने कहा लेकिन इस खेल के सफल आयोजन के साथ भारत खेलों का सुपर हाउस बन सकता है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः एन रंजन