कौन है सैफ अल आदेल ?
१८ मई २०११अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अल कायदा के आतंकवादी सैफ अल आदेल को इस संगठन का नया नेता चुना गया है. बिन लादेन की मौत के बाद वह कार्यवाहक नेता के तौर पर काम करेगा.
कौन है आदेल?
सैफ अल आदेल मिस्त्र का रहने वाला है. ऐसा कहा जाता है कि आदेल ने अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले का विरोध किया था. हमले से ठीक दो महीने पहले आदेल ने बिन लादेन को ऐसा न करने की सलाह दी थी. आदेल ने 1998 में नैरोबी और दार-ए-सलाम में मौजूद अमेरिकी दूतावास में हुए बम धमाकों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी. इस हमले में सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी. आदेल अल कायदा के मजलिस-ए-शूरा और मिलिट्री कमेटी का भी सदस्य है. आदेल ने अल कायदा के आतंकियों को सैन्य और खुफिया ट्रेनिंग दी है. आदेल ने अफगानिस्तान, सूडान और पाकिस्तान में कई ट्रेनिंप कैंप भी चलाए. सोमालिया के रास कंबोनी में केन्या की सीमा के पास उसने ट्रेनिंग कैंप भी खोला था.
मिस्त्र छोड़ा
1988 में मिस्त्र के राष्ट्रपति अनवर अल सदात की हत्या के बाद वह मिस्त्र छोड़ कर अफगानिस्तान में मुजाहिदीन के साथ सोवियत सेना को बाहर करने में जुट गया. ऐसा माना जाता है कि वह यहां से लेबनान गया. आदेल ने खारतूम के खाली खेतों में आतंकियों को विस्फोटक बनाने और इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दी. उसने सोवियत सेना के खिलाफ लड़ने वाले मुस्तफा हामिद की बेटी के साथ शादी की. आदेल के 5 बच्चे हैं.
ओसामा का करीबी
सैफ अल आदेल अमेरिकी दूतावसों पर हुए हमले से कई महीने पहले से बिन लादेन की मदद कर रहा था. माना जाता है कि आदेल ने ओसामा की मदद उसके आतंकियों को निजाम जेहाद से तारनाक फार्म लाने में की. आदेल ने ओसामा और अल जवाहिरी के साथ मिलकर अमेरिकी दूतावासों पर हमले की योजना बनाई और उसे अंजाम तक पहुंचाया. ऐसा माना जाता है कि आदेल अफगानिस्तान से ईरान भाग गया और अभी भी वहीं है.2004 में आदेल ने एक टेररिस्ट मैनुअल भी लिखा है, जिसका नाम "द बेस ऑफ वेनगार्ड" है. अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने 2001 से ही आदेल को मोस्ट वॉन्टेड घोषित कर रखा है. आदेल पर 50 लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आमिर अंसारी
संपादनः आभा एम