गुवाहाटी में बाघों की हड्डियों की तीसरी खेप जब्त
२१ जून २०१०बाघ की हड्डियों और दूसरे वन्य जीवों के अंगों का यह जखीरा पूर्वोत्तर भारत के रास्ते चीन भेजा जाना था. कस्टम अधिकारियों के मुताबिक चीन भेजी जा रही इस तीसरी खेप में बाघों के अलावा 125 किलोग्राम पैंगुलिन की हड्डियां हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस जखीरे की कीमत 2,30,000 डॉलर यानी डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा है.
कस्टम विभाग ने इससे पहले भी गुवाहाटी के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से ऐसे ही दो जखीरे जब्त किए थे. अब तक जब्त की गई इन हड्डियों और खालों की कीमत तीन करोड़ रुपये से ज्यादा है. तीनों ही मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई. जांच कहां तक पहुंची है, इस बारे में भी कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
दुनिया के 167 देशों में बाघों के शिकार पूरी तरह पाबंदी है. लेकिन इसके बावजूद भारत में बाघ तेजी से कम हो रहे हैं. वन्य जीव संरक्षण से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक देश में हर साल औसतन 30 बाघों का शिकार किया जाता है. बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है. एक अनुमान के मुताबिक भारत में अब सिर्फ 1400 बाघ ही बचे हैं.
वन्य जीव संरक्षण से जुड़े अधिकारी हमेशा से शिकायत करते आ रहे हैं कि चीन की वजह से भारत में बाघों का शिकार हो रहा है. इसे रोकने के लिए भारतीय अधिकारियों ने 2009 में चीन के साथ एक समझौता करने की कोशिश भी की. लेकिन दोनों पक्षों के बीच कोई करार नहीं हो सका.
रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन