दूतावास पर हमले से जर्मनी चिंतित
३१ दिसम्बर २०१३जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर ने कहा है कि उन्हें इस बात की तसल्ली है कि हमले में किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ, पर साथ ही यह भी कहा कि बर्लिन इस मामले को "बेहद संजीदगी" से ले रहा है. अपने बयान में उन्होंने कहा, "कुछ भी, बिलकुल कुछ भी हमारे देश के प्रतिनिधि पर हुए इस हमले को सही नहीं ठहरा सकता."
उन्होंने कहा कि ये अपराधी दोनों देशों और दोनों देशों के लोगों के बीच बने हुए अच्छे संबंधों को खराब करने में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे. श्टाइनमायर ने ग्रीस सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, "उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि सुरक्षा और कड़ी की जाएगी और हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का पता करने और उन्हें सजा दिलाने की हर मुमकिन कोशिश की जाएगी."
वहीं ग्रीस के विदेश मंत्री इवांजेलोस वेनिजेलोस ने एक बयान जारी कर कहा है, "हम इस कायरतापूर्ण आतंकवादी गतिविधि की निंदा करते हैं. इसका बस एक ही मकसद है, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ग्रीस की छवि खराब करना, वह भी ऐसे समय में जब ग्रीस यूरोपीय संघ का अध्यक्ष बनने जा रहा है." ग्रीस बुधवार को छह महीने के लिए ईयू की अध्यक्षता संभालेगा.
हमले पर अटकलें
जर्मन राजदूत के घर पर हमले की खबर आते ही ग्रीस के प्रधानमंत्री अंटोनिस समारास ने राजदूत वोल्फगांग डोल्ड से फोन पर बात की. इसके बाद उन्होंने चांसलर अंगेला मैर्केल को भी फोन किया. सोमवार सुबह 3.30 बजे अनजान लोगों ने राजदूत निवास पर गोलीबारी की. ग्रीस की राजधानी एथेंस में हुई इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है और इमारत को भी थोड़ा ही नुकसान पहुंचा है. अब तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. शक के आधार पर तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. कुछ खबरों में छह लोगों की गिरफ्तारी की बात भी की जा रही है.
मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी ने बताया कि उसने चार लोगों को गोलीबारी करते देखा. एक पड़ोसी ने बताया कि उसने घर के अंदर से देखा, "चार लोग थे, लेकिन बंदूक एक ही चला रहा था, ऐसा लग रहा था जैसे वह बाकियों को सिखा रहा हो कि यह कैसे करना है. वे वहां किसी को मारने नहीं आए थे. एक भी निशाना वहां खड़े किसी भी गार्ड पर नहीं लगाया गया."
वहीं पुलिस का कहना है कि उन्हें राजदूत निवास के परिसर से 60 गोलियों के खोल मिले हैं, जिन्हें दो अलग अलग कलाश्निकोव बंदूकों से चलाया गया. ताजा रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि एक गोली राजदूत वोल्फगांग डोल्ड की बेटी के कमरे से भी मिली है. जिस वक्त हमला हुआ उनकी 15 साल की बेटी अपने कमरे में सो रही थी. एक अखबार ने बेटी के कमरे से चार गोलियों के मिलने की बात भी कही है.
पिछले कुछ सालों में ग्रीस के लोगों में जर्मनी के खिलाफ भावनाएं बढ़ी हैं. राजधानी एथेंस में दूतावास के बाहर मैर्केल के पोस्टर हाथ में लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों का नजारा भी आम है. दरअसल राहत पैकेज पर निर्भर ग्रीस में बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है. लोगों में इस बात पर गुस्सा है कि मैर्केल सरकार ग्रीस में हो रही कटौतियों के लिए जिम्मेदार है. सरकारी खर्च में कटौती के लिए जर्मनी दबाव देता रहा है लेकिन अब तक ग्रीस को मिले राहत पैकेज में उसका हिस्सा 15 अरब यूरो है.
आईबी/एमजे (डीपीए/एएफपी)