जर्मन गोलकीपरों की टक्कर
१ नवम्बर २०१२शनिवार को हैम्बर्ग और बायर्न के बीच मैच होना है. पुराने नंबर वन गोलकीपर रेने आडलर और नए नंबर वन मानुएल नॉयर आमने सामने होंगे और जर्मनी के राष्ट्रीय कोच लोएव के पास इन दोनों का प्रदर्शन देखने का अच्छा मौका होगा.
लोएव ने हाल ही में वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मुकाबले में रेने आडलर पर ध्यान नहीं दिया था. लेकिन हैम्बर्ग के गोलकीपर के पास अब पूरा मौका है कि वह बायर्न के खिलाफ अपने दावे को मजबूत करे और मानुएल नॉयर के सीधे मुकाबले में खड़े हों.
आडलर का अंतरराष्ट्रीय करियर दो साल पहले एक चोट के कारण रुक गया था. कई लोगों को संदेह था कि वह जर्मनी के लिए फिर खेल पाएंगे.
27 साल के इस खिलाड़ी के लिए वापसी का रास्ता काफी लंबा था. आडलर को अपना पुराना फॉर्म हैम्बर्ग में लौट कर मिला. इससे पहले वह लेवरकूजेन के लिए खेल रहे थे.
हैम्बर्ग के बुंडेसलीगा में सातवें नंबर तक आने में आडलर का बहुत बड़ा हाथ है. हैम्बर्ग के कोच थॉर्स्टन फिंग कहते हैं कि कुछ ही समय की बात है, फिर आडलर दोबारा जर्मनी के लिए खेलेंगे. "वह शुरू से ही अच्छा खेल रहे थे. लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में उनका प्रदर्शन और सुधरा है. वह एक ऐसे बिंदू पर पहुंच गए हैं जहां और की मांग करना संभव नहीं."
2010 के वर्ल्ड कप से पहले आडलर पहली पसंद थे. लेकिन चोट के कारण वह नहीं खेल सके.
तब से मानुएल नॉयर अविवादित रूप से नंबर वन हो गए. हालांकि हनोवर के रॉन रॉबर्ट जीलर और मोएंशनग्लाडबाख के मार्क आंद्रे तेर श्टेगन विकल्प के तौर पर तैयार हुए. लेकिन बाद में सभी की कमियां दिखाई दी.
इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा कि लोएव आडलर को 14 नवंबर को होने वाले दोस्ताना मैच के लिए अम्सटरडाम ले जाएं. तो शनिवार के मैच में एक बार फिर दो गोलकीपरों के बीच प्रतिस्पर्धा दिखाई देगी. हालांकि इसमें वैमनस्य नहीं रहेगा जैसा कि ओलिवर कान और येन्स लेहमन के बीच दिखाई देता था.
नॉयर ने जर्मनी की किकर स्पोर्ट मैगजीन से बातचीत में बताया कि वह आडलर का स्वागत करेंगे. "अगर रेने फिट हैं तो वह जर्मनी के सबसे अच्छे गोलकीपरों में से एक हैं. वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें लोग देखना चाहते हैं."
एएम/आईबी (डीपीए)