टीम इंडिया में भरोसा रखें: सचिन
१३ मई २०१०ट्वेन्टी 20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के बेहद खराब प्रदर्शन के बाद भी सचिन तेंदुलकर को टीम पर भरोसा है और उनका कहना है कि दूसरों को भी विश्वास नहीं खोना चाहिए. सचिन का कहना है कि क्रिकेट महान अनिश्चितताओं का खेल है और टी 20 में धोनी की टीम कमोबेश वही टीम है, जिसने 2007 में वर्ल्ड कप जीता था.
चंडीगढ़ में सचिन ने कहा, "ऊपर नीचे तो होता रहता है. लेकिन आपको खिलाड़ियों पर भरोसा रखना चाहिए क्योंकि इन्हीं लोगों ने विश्वकप जीता था." सचिन एक कंपनी के प्रमोशन के सिलसिले में चंडीगढ़ में हैं.
वेस्ट इंडीज में बेहद खराब प्रदर्शन के बाद भी सचिन तेंदुलकर निराश नहीं हैं और उनका कहना है कि उनके लिए अभी भी टीम इंडिया नंबर वन टीम है. उन्होंने कहा कि हमें नहीं भूलना चाहिए कि हम अभी भी नंबर वन हैं.
भारत ने वर्ल्ड कप के सुपर-8 का एक भी मैच नहीं जीता लेकिन सचिन इसमें कुछ गड़बड़ नहीं मानते. वह कहते हैं, "खिलाड़ियों को अच्छी ट्रेनिंग मिली है. वे अपनी जिम्मेदारी जानते हैं. कभी कभी वह अच्छा खेल पाते हैं, कभी नहीं. आईपीएल में मुंबई इंडियन्स ने लगातार अच्छा खेला लेकिन फाइनल में उसकी नहीं चली. तो ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है."
सचिन ने कहा कि खिलाड़ियों को समर्थन की जरूरत है, ताकि वह चीजों को नए सिरे से शुरू कर सकें. तेंदुलकर भी इस बात को नहीं मानते कि आईपीएल की वजह से टीम इंडिया के प्रदर्शन पर असर पड़ा. उनका कहना है कि कुल मिला कर उन्हें टीम से शिकायत नहीं है क्योंकि उन्होंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की.
वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले आईपीएल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने मुंबई इंडियन्स के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी की थी और उन पर चारों तरफ से इस बात का दबाव पड़ रहा था कि वह भी वर्ल्ड कप टी20 में हिस्सा लें. लेकिन सचिन ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह 2007 में अंतरराष्ट्रीय ट्वेन्टी 20 क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं और अब एक बार फिर से इसमें शामिल नहीं होंगे.
वैसे सचिन तेंदुलकर भारत की टेस्ट और वनडे टीमों में शामिल हैं. टेस्ट मैचों में भारत पहले नंबर की टीम है, जबकि वनडे में वह दूसरे नंबर पर है. तीन साल पहले 2007 में ट्वेन्टी 20 के पहले वर्ल्ड कप को भारत ने ही जीता था. लेकिन धोनी की टीम ने इसके बाद के दो वर्ल्ड कप में बहुत खराब प्रदर्शन किया है और दोनों ही बार वह सेमीफाइनल तक में नहीं पहुंच पाई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः महेश झा