ठिठुरती ठंड में यूक्रेन में प्रदर्शन
९ दिसम्बर २०१३चेहरों पर मुखौटे लगाए हजारों प्रदर्शनकारियों ने कीव के इंडिपेंडेस स्क्वायर पर इकट्ठे होकर लेनिन की 11 फीट ऊंची मूर्ति के गले में रस्सी का फंदा डालकर उसे नीचे गिरा दिया. इसके बाद मूर्ति को तोड़फोड़ कर प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच की सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई.
रूस की तरफ झुकाव
यानुकोविच की सरकार यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौता नहीं करना चाहती, जिसके विरोध में वहां प्रदर्शन शुरू हुए. प्रदर्शनकारियों का मानना है कि सरकार ने रूस के दबाव में आकर इस समझौते से हाथ खींच लिए.
मामले को और तूल तब मिली जब शुक्रवार को यानुकोविच ने गुप्त तरीके से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात की. माना जा रहा है कि रूस ने यानुकोविच के सामने उस यूनियन के साथ आने का प्रस्ताव रखा है जिसका नेतृत्व मॉस्को कर रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस सदस्यता के बदले में रूस ने यूक्रेन को सस्ती गैस और अरबों डॉलर की मदद देने की पेशकश की है.
चुनाव की मांग
सड़कों पर उतरे हजारों लोगों ने कई सरकारी इमारतों के बाहर मोर्चाबंदी भी की. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सत्ता हथियाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उनकी आपराधिक जांच शुरू कर दी है. 2004 की ऑरेंज क्रांति के बाद ये देश के इतिहास में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन है.
यूक्रेन में विपक्ष चाहता है कि राष्ट्रपति यानुकोविच अपने पद से हट जाएं और चुनाव कराए जाएं. वहीं सरकार ने विपक्ष के कुछ नेताओं पर लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काने और सत्ता पलट के लिए उकसाए जाने के मामलों की जांच शुरू कर दी है.
विपक्ष से बातचीत जरूरी
जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति यूलिया तिमोशेंको ने एक संदेश में कहा है कि विपक्ष की मांग है कि राष्ट्रपति यानुकोविच को तुरंत पद से हटाएं, "वह (यानुकोविच) अब हमारे देश के राष्ट्रपति नहीं रहे, वह तो एक तानाशाह हैं, जिसे यहां बहे खून के हर कतरे की कीमत चुकानी होगी."
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने रविवार को यानुकोविच से टेलीफोन पर बात की. मून और कई पश्चिमी देशों ने भी यानुकोविच से विपक्ष के साथ बातचीत कर मामले का शांतिपूर्वक हल निकालने की अपील की.
आरआर/एजेए (एएफपी)