तालिबान का दावा, उसके फोन हैक किए गए
२० जुलाई २०११मुल्ला उमर अलग थलग रहने वाला दुनिया का मोस्ट वांटेड आतंकवादी है और माना जाता है कि वह पाकिस्तान के क्वेटा शहर में रहता है. पाकिस्तान और तालिबान दोनों ने इस बात से इनकार किया है कि वह क्वेटा में है. दोनों का दावा है कि मुल्ला उमर अफगानिस्तान में है. रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने तालिबान प्रवक्ताओं के हवाले से लिखा है, "यह अमेरिकी खुफिया विभाग का काम है. और हम टेलीफोन नेटवर्क प्रोवाइडर से बदला लेंगे."
यह संदेश ऐसे नंबर से भेजा गया, जिसका उपयोग हाल में मुजाहिद और तालिबान के एक और प्रवक्ता मोहम्मद कारी यूसुफ करते रहे हैं. इस संदेश में कहा गया, "धार्मिक नेता मुल्ला मोहम्मद आमिर मुजाहिद मारा गया है. अल्लाह उनकी आत्मा को शांति दे." यूसुफ ने कहा कि हैकिंग नैटो सेना का मानसिक हमला करने का हथियार है. "दुश्मनों के पास आधुनिक तकनीक है कि वह हमारी वेबसाइट और फोन नंबरों में आसानी से हेरफेर कर पाते हैं. दुश्मन अफवाहें फैला रहे हैं क्योंकि वह हार का सामना कर रहे हैं और मानसिक रूप से कमजोर हो चुके हैं."
मई महीने में मुल्ला उमर की मौत की खबर अफगानिस्तान के निजी टीवी टोलो ने भी दी थी. इस रिपोर्ट का पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारियों, अमेरिकी सैन्य अधिकारियों और अफगानिस्तान सरकार ने खंडन किया था.
मुल्ला उमर के सिर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम है. 2001 में तालिबान के गिराए जाने के बाद वह अफगान तालिबान के साथ क्वेटा चला गया. जहां उन्होंने क्वेटा शुरा नाम की परिषद शुरू की.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए जमाल