नाइजीरिया में अगवा बच्चे छुड़ाए गए
१८ दिसम्बर २०२०अपहरण के बाद छह दिनों तक बंदी रहे बच्चों के रिहा होने की जानकारी कातसीना राज्य की राज्यपाल अमीनू बेलो मसारी ने देश के राष्ट्रीय टीवी चैनल एनटीए को दी. उन्होंने बताया कि एक बोर्डिंग स्कूल के 344 छात्रों को सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया गया और उन्हें अब राजधानी लाया जा रहा है, जहां उनकी शारीरिक जांच के बाद उन्हें उनके परिवारों से फिर से मिलाया जाएगा.
मसारी ने कहा, "मुझे लगता है हम यह कह सकते हैं कि हमने अगर सभी नहीं तो अधिकतर लड़कों को वापस पा लिया है." उन्होंने यह नहीं बताया कि बच्चों को छुड़ाने के लिए सरकार ने कोई फिरौती दी है या नहीं. राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी ने उनकी रिहाई का स्वागत किया और कहा कि ये "उनके परिवारों, पूरे देश और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए बड़ी राहत की बात है."
अगवा बच्चों को रिहा करवाने के उनके प्रशासन के सफल प्रयास की सराहना करते हुए बुहारी ने कहा, "हमें अभी काफी काम करना है, विशेष रूप से अपनी सीमाओं को खोल देने के बाद." उन्होंने माना कि उत्तर-पश्चिमी इलाका एक "समस्या" बना हुआ है. उन्होंने विश्वास भी दिलाया कि उनका प्रशासन इस समस्य से निपटने के लिए "दृढ संकल्प" ले चुका है.
पिछले शुक्रवार को एक सरकारी स्कूल से किए गए इस अपहरण की आतंकी संगठन बोको हराम ने जिम्मेदारी ली थी. संगठन के एक गुट के नेता अबूबकर शेकाउ ने एक वीडियो संदेश में कहा था की संगठन ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि वो मानता है कि पश्चिमी शिक्षा गैर-इस्लामी है. हमले के समय स्कूल में 800 से भी ज्यादा बच्चे मौजूद थे. सैकड़ों बच्चे भाग निकलने में सफल हुए लेकिन ये माना जा रहा था कि 330 बच्चों को अगवा कर लिया गया है.
सैन्य पोशाकों में थे हमलावर
सरकार ने कहा कि वो हमलावरों से बात कर रही है. जानकारों का कहना है कि हमले की स्थानीय गैंगों द्वारा किए जाने की सबसे ज्यादा संभावना है और यह भी संभव है कि ये उन्होंने बोको हराम के साथ मिल कर किया हो. एमनेस्टी का कहना है कि इस साल इस इलाके में सशस्त्र लुटेरों ने 1,100 से भी ज्यादा लोगों को मार दिया है.
कांकारा गांव के उस स्कूल में अगवा हुए बच्चों के माता-पिता रोज इकठ्ठा हो रहे हैं. गुरूवार को बोको हराम ने एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें अगवा बच्चे दिखाई दे रहे थे. 17 साल के ओसामा अमीनू उन बच्चों में से हैं जो अगवा कर लिए गए थे, लेकिन वो वहां से भाग निकलने में कामयाब हुए थे. उन्होंने एपी को बताया कि उन्हें बंदी बना कर रखने वालों ने सैन्य पोशाकें पहन रखी थीं.
उन्होंने बताया कि उन्हें कुछ बन्दूक धारी किशोरों को भी देखा था जो हमलावरों की मदद कर रहे थे. सरकारी अधिकारियों ने कुछ दिनों पहले बताया था कि पुलिस, सेना और वायु सेना ने पता लगा लिया था कि अपहरणकर्ता जांगो/पौला के जंगलों में छुपे हुए थे.
क्या बोको हराम ने ही अगवा किया था?
स्थानीय अखबार कातसीना पोस्ट ने दावा किया था कि अपहरणकर्ताओं और सरकार के बीच एक संधि हो जाने के बाद वो बच्चों को वहीं छोड़ कर वहां से भाग गए. डीडब्ल्यू के पश्चिम अफ्रीका संवाददाता फ्लारिश चुक्वूरा ने बताया, "बोको हराम ने इस अपहरण की जिम्मेदारी ली है, लेकिन अधिकारियों और स्थानीय लोगों का भी कहना है कि यह काम बोको हराम का नहीं है."
चुक्वूरा ने बताया कि स्थानीय लोगों का कहना है कि "अपहरण उस इलाके में सक्रीय लुटेरों ने किया था और वो लुटेरे काफी समय से बोको हराम से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं. कई लोग इन लुटेरों को बोको हराम के उप-समूह के रूप में जानते हैं." लेकिन अगर वाकई इस घटना में बोको हराम के शामिल होने की पुष्टि होती है तो ये इस बात का संकेत होगा कि संगठन अब सिर्फ नाइजीरिया के पूर्वोत्तर तक सीमित नहीं है.
कातसीना राज्य राष्ट्रपति बुहारी का गृह राज्य भी है और उनके सत्ता में आने के बाद इस्लामिस्ट इंसर्जेन्सी पर काबू पाने में असफलता की वजह से उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ता है.
सीके/ओएसजे (रॉयटर्स, डीपीए, एपी, एएफपी)
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