मंगल पर उड़ा नासा का हेलिकॉप्टर
१९ अप्रैल २०२१नासा ने कहा है कि यह उपलब्धि मंगल ग्रह और सौर-मंडल में दूसरे ठिकानों पर भी खोज के नए साधनों के इस्तेमाल का रास्ता खोल सकती है. इन नए ठिकानों में शुक्र ग्रह और शनि का चंद्रमा टाइटन शामिल हैं. मंगल से आए इंजीनियरिंग डाटा ने पुष्टि की कि दो रोटरों वाले 1.8 किलो के इस हेलिकॉप्टर ने 40 सेकंड की अपनी उड़ान तीन घंटे पहले पूरी कर ली.
तय प्रोग्रामिंग के अनुसार, विमान को सीधा हवा में 10 फीट उठना था, फिर आधे मिनट तक मंगल की सतह पर स्थिर रह कर, घूम कर अपने चारों पैरों पर लैंड करना था. नासा के अधिकारियों ने बताया कि मार्स से आए डाटा से पता चला है कि उड़ान ठीक इसी तरह से पूरी हुई है.
लॉस एंजेलेस में नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) से हो रही लाइवस्ट्रीमिंग के दौरान नासा ने भी उड़ान की पहली तस्वीरें दिखाईं. एक काली-सफेद तस्वीर में मंगल ग्रह की सतह पर इंजेन्युइटी के ठीक नीचे उसकी छाया दिखाई दे रही है. तस्वीर इंजेन्युइटी पर ही लगे नीचे की तरफ झुके एक कैमरा से ली गई है.
मंगल पर नासा के रोवर पर्सीवरेंस पर लगे एक और कैमरे से ली गई कलर वीडियो के एक टुकड़े में नारंगी रंग के परिदृश्य के आगे उड़ता हुआ हेलिकॉप्टर दिखाई दे रहा था. पर्सीवरेंस हेलिकॉप्टर से 200 फीट दूर था. इस मौके पर जेपीएल इंजेन्युइटी अभियान प्रबंधक मिमी ऑन्ग ने कहा, "हम अब कह सकते हैं कि इंसानों ने एक दूसरे ग्रह पर सफलतापूर्वक एक विमान उड़ा लिया है."
सीके/आईबी (रॉयटर्स)