नेपाल में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए
५ फ़रवरी २०१२नेपाल के पशु स्वास्थ्य निदेशालय के अधिकारी राम कृष्ण खाटीवाड़ ने कहा, "व्यावसायिक मुर्गीबाड़ों में मुर्गियों के रहस्यमय ढंग से मरने के बाद हमने जांच के लिए नमूने लंदन भेजे. आज ही हमें टेस्ट रिपोर्ट मिली है, जिससे इस बात की पुष्टि हो गई है कि सुनसारी जिले के खनार और इथारी पोल्ट्री फॉर्म में बर्ड फ्लू का संक्रमण है."
पूर्वी नेपाल के पर्तवीय इलाकों में भी बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है. चाय उत्पादन वाले जिले पंचाथार के इलाम में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है. खाटीवाड़ के मुताबिक बर्ड फ्लू प्रभावित इलाकों की सख्त निगरानी की जा रही है. 4,000 मुर्गियों को मारने का काम शुरू हो चुका है.
खाटीवाड़ ने कहा, "अब तक इंसानों में इसके संक्रमण की शिकायत नहीं मिली है. कुछ जगहों से उल्टी और खुजली की शिकायत आ रही है. लेकिन यह भय की वजह से है. हम एक-दो दिन में स्थिति को नियंत्रण में कर लेंगे."
नेपाल में पहली बार बर्ड फ्लू का मामला जनवरी 2009 में सामने आया. दो साल पहले पूर्वी नेपाल में मुर्गियों और बत्तखों में बर्ड फ्लू का वायरस मिला. इसके बाद दिसंबर 2011 में कुछ मुर्गियों के रहस्यमयी ढंग से मरने के बाद एक बार फिर शक जाहिर हुआ. अब इसकी पुष्टि हो चुकी है.
बर्ड फ्लू के मामले चीन, इंडोनेशिया और वियतनाम में भी सामने आ रहे हैं. डॉक्टरों के मुताबिक चीन और वियतनाम में सामने आया बर्ड फ्लू का वायरस पहले से ज्यादा शक्तिशाली और खतरनाक है. चीन में बीते दो महीनों में दो लोगों की मौत हो चुकी है. वियतनाम और कंबोडिया में भी बर्ड फ्लू के कुछ मामले जानलेवा साबित हुए हैं.
बर्ड फ्लू की चपेट में आने वाले व्यक्ति को बुखार, कफ, गले में दर्द और सांस संबंधी तकलीफ होती है. बर्ड फ्लू जानलेवा भी हो सकता है.
रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह
संपादन: एम गोपालकृष्णन