'पार्टी चाहे तो 40 बार अध्यक्ष बनेंगी सोनिया गांधी'
३ सितम्बर २०१०कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चौथी बार पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने को तैयार हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस संविधान का उल्लेख कर उन पर निशाना साध रही है. ऐसे में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जनार्दन द्विवेदी ने कहा, "हम किसी दूसरी पार्टी के संविधान पर तो बात नहीं करते. अगर पार्टी चाहे तो सोनिया गांधी सिर्फ चार बार क्यों, 40 बार अध्यक्ष बन सकती हैं."
द्विवेदी ने भारतीय जनता पार्टी को ध्यान दिलाया कि लोकतंत्र ने देखा है कि जवाहर लाल नेहरू 17 साल तक भारत के प्रधानमंत्री रहे और इंदिरा गांधी ने भी लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद संभाला. दूसरे लोगों को सरकार बनाने का मौका नहीं मिलता इसलिए वे ऐसी बातें करते हैं.
बीजेपी के आरोपों से गुस्साए जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, सांगठनिक चुनावों के मुद्दे पर बातचीत हो रही है. ऐसा किसी और पार्टी में नहीं होता है. ऑस्कर फर्नान्डिस ने भी सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने का बचाव किया और कहा कि पार्टी अध्यक्ष को चुनते समय अपने संविधान का पालन कर रही है. "राज्य स्तर पर एक नेता दो बार से ज्यादा पार्टी का अध्यक्ष नहीं रह सकता लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष पद पर यह लागू नहीं होता."
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सोनिया गांधी का चौथी बार चुना जाना पार्टी और कार्यकर्ताओं का फैसला है और बीजेपी को इसमें दखलअंदाजी करने की कोई जरूरत नहीं है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने अपने एक बयान में कहा है कि जिस तरह सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद के लिए किसी दूसरे नेता को पेशकश की थी वैसे ही पार्टी अध्यक्ष पद का भी उन्हें बलिदान कर देना चाहिए और गांधी परिवार से बाहर किसी व्यक्ति को मौका देना चाहिए.
"सोनिया गांधी चौथी बार कांग्रेस अध्यक्ष बनने जा रही हैं. यह तो स्पष्ट है कि उनके चुनाव में कोई विरोध नहीं होगा. कांग्रेस संविधान के हिसाब से जिला और राज्य स्तर पर कोई भी नेता दो बार से ज्यादा पार्टी अध्यक्ष नहीं संभाल सकता है." प्रसाद के मुताबिक सोनिया गांधी बिना किसी जवाबदेही के पार्टी में सबसे बड़ा पद संभाले हुए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा