प्रीति जिंटा और नेस वाडिया की गिरफ्तारी का वारंट
२४ जुलाई २०१०कंपनी रजिस्ट्रार की तरफ से दर्ज शिकायत पर अदालत में पेशी के लिए जब फ्रैंचाइजी के तीन मालिकों में से कोई हाजिर नहीं हुआ और न ही उनका कोई वकील आया, तो मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जेएस सिद्धू ने यह जमानती वारंट जारी किया है.
इस फ्रैंचाइजी में उद्योगपति करन पॉल की भी हिस्सेदारी हैं लेकिन उनका वकील अदालत में पेश हुआ और अदालत को बताया गया कि मामले की अगली सुनावाई पर वह खुद हाजिर होंगे. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 4 अक्तूबर की तारीख तय की है. अदालत ने किंग्स इलेवन पंजाब के चारों मालिकों को अप्रैल में ही नोटिस जारी किया था और मामले की सुनवाई 24 जुलाई को करने का फैसला सुनाया था.
अभियोजन पक्ष ने अपनी याचिका में शिकायत की है कि किंग्स इलेवन पंजाब का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी केपीएच ड्रीम्स ने अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में जानकारी छिपाई है. इसीलिए बैलेंस शीट और सालाना रिटर्न फाइल नहीं किया गया है. कंपनी एक्ट के मुताबिक सभी बड़ी कंपनियों को अपनी बैलेंस शीट और सालाना रिटर्न को सार्वजनिक करना जरूरी होता है.
कंपनी रजिस्ट्रार के वकील गौरव हुड्डा ने बताया, "अपनी शिकायत में हमने कहा है कि मोहाली की यह फ्रैंचाइजी जब से अस्तित्व में आई है उसने न तो कोई सालाना रिटर्न भरा और न ही बैलेंस शीट पेश की है." इन दिनों आईपीएल की कई फ्रैंचाइजी वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप झेल रही हैं. साथ ही आईपीएल को भी इस मामले में जांच का सामना करना पड़ रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह