फुटबॉल मैदान पर बिखरे फ्रेंच सद्भावना के सुर
१८ नवम्बर २०१५लंदन के वेम्बली स्टेडियम में हुए एक प्री-गेम आयोजन में इंग्लैंड और फ्रांस की टीमों के प्रशंसकों ने एक साथ फ्रांस का राष्ट्रगान गाया. पेरिस हमले में मारे गए 129 लोगों की याद और सम्मान में मैदान में आकर खिलाड़ियों ने एक मिनट का मौन भी रखा. स्टेडियम के बाहरी घुमावदार डिजाइन पर फ्रांस के झंडे के रंगों में लाइटें लगी थीं और फ्रेंच मोटो "लिबर्टी, इक्वॉलिटी, फ्रैटर्निटी" को सामने के प्रवेश द्वार पर प्रोजेक्ट किया गया था.
इंग्लैंड ने मैच 2-0 से जीता लेकिन ऐसा कम ही होता है कि किसी टीम की जीत हार के ज्यादा मायने ना रहे हों. दोनों देशों के प्रशंसक स्टेडियम के बाहर भी एक दूसरे के गले लगते और दर्द बांटते दिखे. फैन्स के कई समूहों ने स्टेडियम के भीतर के रास्तों में अचानक फ्रेंच राष्ट्रगान गाना शुरु कर दिया जिसमें औरों ने भी साथ दिया.
मैच में गोल दागने वाले इंग्लैंड टीम के कप्तान वेन रूनी ने कहा, "फुटबॉल एक वैश्विक खेल है और यहां किसी की धर्म या जाति मायने नहीं रखती. इस कठिन घड़ी में हम सबको साथ मिलकर खड़े होने की जरूरत है."
फ्रांसीसी स्ट्राइकर ओलिविए जीरुद ने इसे बहुत भावनात्मक मौका बताया और कहा कि "हम ये मैच उन सब लोगों के लिए खेलना चाहते थे जो पेरिस में हैं, पीड़ितों और उनके परिवारों के सम्मान में और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए भी." ब्रिटिश शाही परिवार के प्रिंस विलियम और प्रधानमंत्री डेविड कैमरन भी स्टेडियम में मौजूद 71,223 दर्शकों में थे.
13 नवंबर को पेरिस में हुए ऋंखलाबद्ध आतंकी हमलों में से एक फ्रांस के स्टेडियम के बाहर भी हुआ था. वहां फ्रेंच टीम जर्मन फुटबॉल टीम के खिलाफ मैच के खेल रही थी. आतंक की वह रात खिलाड़ियों ने स्टेडियम में ही बिताई थी.
ऋतिका राय (एपी)