बांग्लादेश में मासूम की कोड़े मार कर हत्या
२ फ़रवरी २०११15 साल की हिना बेगम की सोमवार को अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. दक्षिणी बांग्लादेश के शरीयतपुर जिले में गांव की पंचायत ने उसे अवैध रिश्ते रखने के आरोप में 100 कोड़े मारने की सजा सुनाई. स्थानीय पुलिस प्रमुख एकेएम शहीदुर रहमान ने बताया,"हमने मौलवी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है इस में वो महिला भी है जिसके पति के सात हिना बेगम के अवैध रिश्ते रखने की बात सामने आई है."
रहमान के मुताबिक जिस शख्स से अवैध रिश्ते बनाने की बात कही जा रही है उसके परिवार वालों ने हिना की बेरहमी से पिटाई की और फिर उसे गांव की पंचायत के हवाले कर दिया. पंचायत ने उसे सार्वजनिक रूप से उसे तब तक कोड़े लगवाए जब तक कि वो बेहोश होकर गिर नहीं गई. उसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. सात दिन तक अस्पताल में रहने के बाद उसकी मौत हो गई.
सामाजिक संगठनों के मुताबिक बांग्लादेश के मुस्लिम बहुल वाले ग्रामीण इलाकों में इस तरह सार्वजनिक रूप से कोड़ों मारने की सजा देना आम बात है. ऐसा तब है जब धार्मिक रूप से ऐसी सजाओं पर पाबंदी है. कई ऐसे मामले में भी सामने आए हैं जिनमें बलात्कार पीड़ितों को भी अपने ऊपर हो रहे जुल्म में साझीदार मान कर उन्हें सजा दे दी जाती है.
मानवाधिकार संगठनों की जनहित याचिका पर पिछले साल जुलाई में बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने धार्मिक फतवों के जरिए दी जाने वाली सजाओं को गैरकानूनी करार दिया. हालांकि सामाजिक संगठनों के मुताबिक कोर्ट के इस आदेश का बहुत कम ही असर हुआ है. बीते दिसंबर में गांव की पंचायत ने एक महिला को 40 कोड़े मारने की सजा दी जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इस महिला पर अपने सौतेले बेटे के साथ अवैध रिश्ते रखने के आरोप लगाए गए.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः ए जमाल