बायर्न ने मैनचेस्टर को धो डाला
३ अक्टूबर २०१३चैंपियंस लीग के मैचों में यह बायर्न म्यूनिख की लगातार 32वीं जीत है. मौजूदा चैंपियन बार्यन ने ग्रुप डी के इस मुकाबले में शुरू से ही इंग्लिश क्लब को दबाव में ले लिया. सातवें मिनट में बायर्न के फ्रांसीसी सितारे फ्रांक रिबेरी ने शानदार वन बाउंस शॉट मारा. गेंद मैनचेस्टर सिटी के गोलकीपर के सामने टप्पा खाते हुए गोल में घुस गई. पूरे मैच में 70 फीसदी वक्त गेंद बायर्न के पास रही. वैसे पहले हाफ में मैनचेस्टर सिटी को एकाध मौके जरूर मिले लेकिन वह मेहमान टीम की रक्षापंक्ति को भेद नहीं पाया.
तेज तर्रार खेल दूसरे हाफ में शुरू हुआ. लंबे पास के लिए मशहूर बायर्न म्यूनिख बुधवार को छोटे छोटे पासों के साथ भी खेली. ये नए कोच पेप गुआर्डिओला का असर है. 2012 तक बार्सिलोना के कोच रह चुके गुआर्डिओला की ये खासियत है. छोटे छोटे पास के साथ बीच में क्लासिकल लंबे और तिरछे पास, बायर्न की नई और मिक्स रणनीति ने मैनचेस्टर को उलझा दिया. 56वें मिनट में सेंटर से एक लंबा पास थोमस मुलर को मिला. मुलर भागते हुए आगे बढ़े और अकेले बचे गोलकीपर को उलझा कर उन्होंने आसानी से स्कोर 2-0 कर दिया. इस सत्र में अथाह रकम खर्च कर कई नए खिलाड़ी खरीदने वाले मैनचेस्टर सिटी क्लब के मैनेजर दूसरे गोल के साथ ही हिम्मत हार बैठे.
60वें मिनट में तीसरा गोल बार्यन के डच स्ट्राइकर आर्यन रोबेन ने किया. इसके दस मिनट बाद गुआर्डिओला ने अपने ज्यादातर बड़े खिलाड़ियों को आराम दे दिया और नए खिलाड़ियों को अभ्यास का मौका दिया. इसी दौरान मैनचेस्टर सिटी ने एक गोल उताकर कुछ सांत्वना बटोरी.
जीत के बाद रोबेन ने कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैनचेस्टर सिटी के साथ खेलना इतना आसान होगा."
बुधवार को हुए दूसरे मैचों में रियाल मैड्रिड, बायर लेवरकूजन, पैरिस सेंट जरमैन को जीत मिली. रियाल मैड्रिड ने कोपेनहेगन को 4-0 से हराया. जर्मन क्लब बायर लेवरकूजन ने स्पेन के क्लब रियाल सोलीडाड को 2-1 से हराया. ग्रुप सी में पैरिस सेंट जरमैन ने बेनफिका को 3-0 से हराया.
चैंपियंस लीग में 32 टीमें आठ ग्रुपों का हिस्सा होती हैं. ग्रुप की टीमें पहले चरण में आपस में ही भिड़ती हैं. ग्रुप स्तर के मैचों के आखिर में हर ग्रुप की चोटी की दो टीमें अंतिम दौर में जाएंगी. 1992 के बाद से अब तक कोई टीम लगातार दो बार चैंपियंस लीग नहीं जीत सकी है. गुआर्डिओला को उम्मीद है कि बायर्न इस रिकॉर्ड को बदल सकेगा.
ओएसजे/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)