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३० नवम्बर २०१३नामः कौटिल्य पंडित
उम्रः 5 साल 11 महीने
कक्षाः पहली
ज्ञानः असीमित
हरियाणा में पानीपन के पास कोहंड गांव के रहने वाले कौटिल्य की कुछ ऐसी ही पहचान बनी है. रेलवे स्टेशन के बाहर निकलते ही एसडी मॉडर्न स्कूल दिखता है, जहां कौटिल्य पढ़ता है और मां बाप इस स्कूल को चलाते हैं.
स्कूल भले ही गांव में हो, लेकिन यहां पढ़ने वाले बच्चों के पास दुनिया भर का ज्ञान है. कौटिल्य का सामान्य ज्ञान जानने के लिए हमने कुछ सवाल पूछे.
डीडब्ल्यूः विश्व में कितने लोग हैं?
कौटिल्यः 7.2 अरब
डीडब्ल्यूः भारत में कितने गांव हैं?
कौटिल्यः 6,38,596
डीडब्ल्यूः चांद पर चलने वाले पहले आदमी का नाम?
कौटिल्यः नील आर्मस्ट्रांग
डीडब्ल्यूः अमेरिका की राजधानी?
कौटिल्यः वॉशिंगटन डीसी
डीडब्ल्यूः विश्व में कितने देश हैं?
कौटिल्यः 213
कहां से आया ज्ञान
पिता सतीश शर्मा बताते हैं कि कुछ दिन पहले तक कौटिल्य पढ़ने में ध्यान नहीं लगाता था और एक बार तो उन्होंने "उसकी पिटाई भी कर दी". लेकिन फिर कौटिल्य का ध्यान पढ़ने में लगने लगा और अब तो वह सवाल पूछना बंद ही नहीं करता है, "वह तब तक पूछता रहता है, जब तक उसे बात समझ नहीं आ जाती."
भूगोल का पंडित
कौटिल्य पंडित के पिता भूगोल के शिक्षक हैं और शायद इस वजह से उसका ध्यान खास तौर पर भूगोल पर रहता है. पिता बताते हैं कि वह भूगोल रटता नहीं, बल्कि याद करता है. लेकिन एक बार जब वे एटलस लाए, तो वह "पूरी एटलस दो तीन दिन में रट गया".
कई बार तो कौटिल्य के मुश्किल सवालों से पीछा छुड़ाने के लिए पिता को कन्नी काटनी पड़ती है, "लेकिन बाद में इंटरनेट या किताबें देख कर जवाब बताना ही पड़ता है."
दादा हैं दोस्त
यूं तो कौटिल्य के क्लास का हर बच्चा उसे पसंद करता है लेकिन प्रिंसी के साथ उसका खास लगाव है. जब प्रिंसी से कौटिल्य के बारे में पूछा गया, तो उसने शुद्ध हरियाणवी में कहा, "बढ़िया है जी, म्हाने मारे कोणीजी."
लेकिन कौटिल्य का मन अपने दादा किशन शर्मा के साथ लगता है. किशन शर्मा उसके ज्ञान के मुरीद हैं और वह चाहते हैं कि कौटिल्य देश का अच्छा नागरिक बने.
बिग बी भी फैन
भले ही दुनिया बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की दीवानी हो, लेकिन खुद अमिताभ कौटिल्य के दीवाने हैं. बच्चों के लिए एक खास टीवी शो में उनकी मुलाकात कौटिल्य से हुई और तभी से वह पांच साल के इस बच्चे से प्रभावित हैं. उन्होंने तो परिचय भी कुछ इस तरह दिया, "देवियो और सज्जनो! ये हैं महा तेज, महा ज्ञानी, महा बुद्धिमान, महा कीर्तिमानी, ओजस्वी, तेजस्वी, यशस्वी, श्रीमान कौटिल्य पंडित जी."
भगवान की भेंट
मां सुनीता शर्मा के लिए उनका बेटा भगवान का अनुपम उपहार है. उनका कहना है कि कौटिल्य का दिमाग हमेशा चलता रहता है और "सिर्फ जब वह सोता है, तभी थोड़ा आराम कर पाता है".
वैसे तो उनकी दो बेटियां भी हैं और वे भी काफी बुद्धिमान हैं. लेकिन कौटिल्य खास है. मां कहती हैं कि वह हमेशा नहीं पढ़ता लेकिन खेल खेल में पढ़ लेता है. उसकी नोट बुक दिखाते हुए उन्होंने पूछा, "देख लीजिए, कहीं से यह पहली कक्षा के छात्र की कॉपी लगती है?"
रिपोर्टः जसविंदर सहगल, कोहंड, हरियाणा
संपादनः अनवर जे अशरफ