महिला पत्रकार से सामूहिक बलात्कार
२३ अगस्त २०१३घटना गुरुवार शाम करीब छह बजे की है. एक अंग्रेजी पत्रिका के लिए काम करने वाली 23 वर्षीया फोटो पत्रकार अपने एक पुरुष सहकर्मी के साथ मुंबई के लोअर परेल इलाके में शक्ति मिल्स की तस्वीरें लेने गई थी. मुंबई पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने बताया, "दो लड़के वहां थे...जैसा कि पीड़ित ने बताया है बाद में तीन लोग और आ गए जिन्होंने उसके साथ बलात्कार किया." इस दौरान पीड़ित के पुरुष सहकर्मी को उन लोगों ने बांध कर एक तरफ रख दिया था. पुलिस की अपराध शाखा ने एक विशेष जांच दल बनाया है और दोषियों की तलाश में यहां वहां छापे मार रही है.
पीड़ित लड़की को मुंबई के जसलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शुरुआती रिपोर्ट में डॉक्टरों ने कहा है कि उसे अंदरूनी चोटें आई हैं. पुलिस ने पीड़ित लड़की और उसके साथी का बयान दर्ज कर लिया है. पुलिस को दिए बयान में पीड़ित लड़की ने बताया है कि उस पर हमला करने वाले पांचों शक्ति मिल्स परिसर में ही मौजूद थे. उन लोगों ने पीड़ित पर छींटाकशी की और परेशान करने लगे. जब उसके दोस्त ने मना किया तो उनमें से दो उसे मारने लगे. बाकी बचे तीन लोग उसे उजाड़ मिल के भीतर ले गए और बलात्कार किया. पीड़ित लड़की ने आरोपियों की बातचीत में दो लोगों के नाम भी सुने. इन दोनों ने एक दूसरे को रूपेश और साजिद बुलाया. पुलिस का कहना है कि घटना जिस इलाके में हुई है वह थोड़ा अलग थलग है और मुमकिन है कि इसमें ड्रग्स का धंधा करने वाले शामिल हों.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर आर पाटिल ने पीड़ित से मुलाकात की है. अस्पताल से बाहर पत्रकारों से बातचीत में गृह मंत्री ने कहा, "यह बहुत गंभीर मामला है, आरोपी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे." पुलिस ने संदिग्धों का पता करने के लिए आस पास के इलाके से दर्जन भर से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.
इस घटना ने एक बार फिर भारत में महिलाओं की असुरक्षा का सवाल उठा दिया है. बीते साल दिल्ली में हुई घटना की याद तो सबके जेहन में ताजा ही है, जब चलती बस में एक लड़की के साथ इसी तरह सामूहिक बलात्कार और हिंसा हुई. इस दौरान उस पर इतना जुल्म हुआ कि बाद में इलाज के दौरान उसकी जान तक चली गई. उसके बाद मचे बवाल की याद सरकार को भी है इसलिए इस बार चुस्ती दिखाने की कोशिश हो रही है. केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मुंबई पुलिस के आयुक्त से बात कर मामले की जांच के बारे में जानकारी ली है और जरूरी निर्देश भी दिए हैं. अपुष्ट खबरों में दोषियों के पकड़े जाने की भी बात कही जा रही है.
एनआर/एमजे (पीटीआई, रॉयटर्स)