मिल बैठ मतभेद हल करें: सुप्रीम कोर्ट
११ मई २०१२एयर इंडिया ने इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) के खिलाफ गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट से शिकायत की. अदालत ने इस शिकायत को खारिज कर दिया है. जस्टिस टीएस ठाकुर की बेंच ने फैसले में कहा, "उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जिस से न्यायप्रणाली पर असर पड़ा हो या अदालत की अवमानना हुई हो. आपकी परेशानी उनसे है. आप उनके साथ बैठें और आपसी मतभेद हल करें. इसमें अदालत का वक्त जाया ना करें."
अदालत ने कहा कि यदि एयरलाइंस के अनुसार स्ट्राइक गैरकानूनी है तो वह खुद पायलटों के खिलाफ कदम उठा सकती है, "हम आपको इस बात का भरोसा दिलाते हैं कि यदि इसमें अदालत की जरा सी भी अवमानना हुई होगी तो हम खुद ही कार्रवाई कर लेंगे." एयर इंडिया का कहना है कि पायलटों की हड़ताल से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर असर पड़ रहा है और एयरलाइंस को नुक्सान उठाना पड़ रहा है.
एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल को चार दिन हो गए हैं. शुक्रवार को भी बारह उड़ानें रद्द करनी पडीं. एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया, "अमेरिका, यूरोप, रियाद और जेद्दाह जाने वाली हमारी सभी लम्बी दूरी की उड़ानें रद्द हो गई हैं." उन उड़ानों के लिए 15 मई तक बुकिंग रोक दी गई है. गुरूवार को एयर इंडिया ने नौ अन्य पायलटों को बर्खास्त किया. मंगलवार से सौ से अधिक पायलट हड़ताल पर हैं. हालांकि पायलटों ने हड़ताल का कोई नोटिस नहीं दिया है. उन सब ने खुद को बीमार बताते हुए काम पर आने में असमर्थ बताया है. नागरिक विमानन मंत्री अजीत सिंह ने इस बारे में चुटकी लेते हुए कहा, "वे बीमार हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे. एयर इंडिया बीमार है और मैं उम्मीद करता हूं कि वह आईसीयू तक नहीं पहुंचेगी."
अजीत सिंह ने कहा कि विमानन का क्षेत्र एक बुरे दौर से गुजर रहा है और वह इन दिक्कतों पर प्रधानमंत्री के साथ चर्चा करेंगे. किंगफिशर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ""किंगफिशर एक निजी कंपनी है और उन्हें अपनी समस्याओं से खुद ही निपटना होगा." सिंह ने कहा कि वह एयर इंडिया के मामले से इसलिए जुड़े हैं क्योंकि वह सरकारी कंपनी है, लेकिन किंगफिशर के साथ वही रुख नहीं लिया जा सकता. उन्होंने यह भी कहा कि इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि हड़ताल के चलते उड़ान की कीमतों में इजाफा ना हो. अजीत सिंह ने पायलटों से सहयोग की अपील की, "एयर इंडिया को बचाने के लिए हमें उसके कर्मचारियों के सहयोग की जरूरत है, क्योंकि यह उनकी कंपनी है. अगर एयर इंडिया ही नहीं बचेगी तो वे जो मुद्दे उठा रहे हैं, उनका कोई मतलब ही नहीं बचेगा. यूनियन को यह बात समझनी होगी."
एयर इंडिया प्रतिदिन बीस लाख डॉलर का नुक्सान झेल रही है. हड़ताल के कारण वह अब तक 45 पायलटों को बर्खास्त कर चुकी है.
आईबी/एमजे (पीटीआई, एएफपी)