मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मुबारक छह साल बाद रिहा
२४ मार्च २०१७छह साल हिरासत में रहने के बाद मुबारक को काहिरा के एक सैन्य अस्पताल से बाहर जाने दिया गया. इस महीने की शुरुआत में एक अपीलीय अदालत ने मुबारक को बरी कर दिया. उन पर 2011 की क्रांति के दौरान प्रदर्शनकारियों को मारने के आदेश देने के आरोप थे. इन प्रदर्शनकारियों ने मुबारक की 30 साल से चली आ रही सत्ता को चुनौती दी थी. मिस्र में 18 दिन तक चले प्रदर्शन के दौरान 850 प्रदर्शनकारी पुलिस संघर्ष में मारे गए थे.
88 वर्षीय मुबारक और उनके दो बेटों को सरकारी पैसे के गबन का भी दोषी पाया गया था और इन पर लाखों डॉलर का जुर्माना लगा था.
साल 2016 में अपीलीय अदालत ने सजा को बरकरार रखा लेकिन उस समय पर भी गौर किया जो मुबारक सजा के रूप में बिता चुके थे. मुबारक को साल 2011 में गिरफ्तार किया गया था और इसके दो महीने बाद उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया. इसके बाद से लेकर अब तक मुबारक ने अधिकतर वक्त अस्पताल में ही बिताया. साल 2012 में एक अदालत ने मुबारक को 239 प्रदर्शनकारियों की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. लेकिन साल 2014 में एक अपीलीय अदालत ने दोबारा मुकदमा शुरू किया. मुबारक प्रशासन के तकरीबन दो दर्जन पूर्व अधिकारियों को हाल के वर्षों में भ्रष्टाचार और प्रदर्शनकारियों की मौतों के आरोपों से बरी किया गया है. हालांकि इस बीच देश में सैकड़ो लोकतंत्र समर्थक मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल-फताह अल सीसी के खिलाफ भी सामने आये हैं.
होस्नी मुबारक को सत्ता हटाए जाने के बाद देश में पहली बार स्वतंत्र चुनाव हुए जिनमें मुस्लिम ब्रदरहुड ने जीत दर्ज की और मोहम्मद मुर्सी राष्ट्रपति बने. लेकिन एक साल बाद देश में सैन्य तख्ता पलट हुआ और अब्दुल-फताह अल सीसी मिस्र के राष्ट्रपति बन गये.
एए/एके (एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स)