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'मेरा पति लश्कर का आतंकवादी है'

१६ अक्टूबर २०१०

2008 में मुंबई हमलों में अहम भूमिका निभाने वाले डेविड कोलमैन हेडली की पत्नी ने जांच एजेंसी एफबीआई को तीन साल पहले ही बता दिया था कि उनका पति पाकिस्तान में आतंकियों के साथ ट्रेनिंग ले रहा है. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.

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तस्वीर: AP

अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है. इस केस के साथ करीब से जुड़े लोगों के हवाले से अखबार ने लिखा है कि डेविड कोलमैन हेडली की पत्नी ने अगस्त 2005 में ही एफबीआई को चेतावनी दे दी थी. तब उन्होंने बताया था कि उनके पति ने लश्कर ए तैयबा के साथ ट्रेनिंग की और वह आतंकवादियों के संपर्क में है.

हेडली ने मुंबई हमलों में अहम भूमिका निभाई है. उस पर आरोप है कि उसने ही मुंबई में हमलों के ठिकानों की निशानदेही की. उसी के बनाए नक्शों के आधार पर लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में हमले किए. इन हमलों में 166 लोगों की मौत हो गई जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए.

वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि हेडली से झगड़ा होने के बाद उसकी पत्नी ने आतंकी हमले से जुडी जानकारियां देने के लिए बनाई गई हॉटलाइन पर फोन किया था. इस फोन के बाद एफबीआई के एजंटों ने छानबीन की. इस दौरान हेडली की पत्नी से तीन बार पूछताछ की गई. उन्होंने एजेंटों को बताया कि उनका पति लश्कर ए तैयबा का एक सक्रिय आतंकवादी है और पाकिस्तानी कैंपों में गहन ट्रेनिंग ले चुका है.

हालांकि इस चेतावनी के बावजूद हेडली पर किसी तरह की पाबंदी नहीं लगी. वह पाकिस्तान, भारत, दुबई और यूरोप की यात्रा करता रहा.

अमेरिका की आतंकवाद निरोधी एजेंसियों ने 2008 में मुंबई में आतंकी हमलों के बारे में भारतीय एजेंसियों को चेतावनी दी थी. लेकिन यह साफ नहीं हो पाया कि इस चेतावनी का आधार हेडली की पत्नी से मिली जानकारी थी या नहीं.

वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि हेडली लोगों को बताता था कि वह एफबीआई और ड्रग एनफोर्समेंट एजेंसी (डीएई) के लिए काम करता है. वैसे 1990 के दशक में हेडली ने डीएई के लिए मुखबिर के तौर पर काम किया था. लेकिन उसे मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में दो बार गिरफ्तार किया गया. तब उसका नाम दाऊद गिलानी था.

अखबार लिखता है कि दूसरी बार गिरफ्तार होने के बाद वह पाकिस्तान गया और वहां कट्टरता की ओर बढ़ गया. 11 सितंबर 2001 के हमलों के बाद उसने लोगों से यह कहना शुरू कर दिया कि वह डीईए और एफबीआई की किसी संयुक्त योजना के लिए काम कर रहा है.

फिलहाल हेडली अमेरिकी जेल में बंद है. उस पर मुकदमा चल रहा है. हालांकि उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और अब उसे फांसी की सजा नहीं होगी. जुर्म कबूलने के बदले उसकी दूसरी शर्त यही मानी गई कि उसे भारत को नहीं सौंपा जाएगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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