मैच फिक्सिंग से झल्लाया इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड
३० अगस्त २०१०लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के शानदार प्रदर्शन को पाकिस्तानी टीम की फिक्सिंग ने फीका कर दिया. अपने देश में सामने आए फिक्सिंग कांड से इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड को खासी निराशा हुई है. शनिवार को खत्म हुए आखिरी टेस्ट के बाद पुरस्कार वितरण समारोह हुआ. पहले समारोह लॉर्ड्स के मैदान पर होना था लेकिन मैच फिक्सिंग के साए के चलते उसे बंद हॉल में करवाना पड़ा.
मैच फिक्सिंग के आरोप का सामना कर रहे पाकिस्तानी युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद आमेर को 'मैन ऑफ द सीरीज' चुना गया. लेकिन जैसे ही 18 साल के आमेर पुरस्कार लेने के बाद अधिकारियों से हाथ मिलाने आगे बढ़े कड़वाहट खुलकर सामने आ गई. इग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष गिलेस क्लार्क ने आमेर से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. आमेर ने जैसे ही क्लार्क की तरफ हाथ बढ़ाया, वह पलट गए और दूसरी तरफ देखने लगे.
इस बीच पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर जांच का शिकंजा और सख्त होता जा रहा है. पाकिस्तानी टीम के मैनेजर यावर सईद ने बताया कि स्कॉटलैंड यार्ड के जासूसों ने फिर कप्तान सलमान बट्ट से पूछताछ की. पूछताछ होटल में हुई. इस दौरान मोहम्मद आमेर, मोहम्मद आसिफ और कप्तान बट्ट के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए.
पाकिस्तानी टीम मैच फिक्सिंग के आरोपों से इनकार कर रही है. यावर सईद ने कहा, ''कोई भी आपके बारे में कुछ भी कह सकता है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह सच बोल रहा है.''
ब्रिटेन के अखबार न्यूज ऑफ द वर्ल्ड ने पाकिस्तानी टीम पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया है. अखबार ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया. इसके आधार पर कहा जा रहा है कि मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमेर ने जानबूझकर तीन नो बॉलें फेंकी. अखबार के मुताबिक दोनों खिलाड़ियों ने पहले से तय डील के मुताबिक बिल्कुल सही वक्त पर नो बॉल फेंकीं. पुलिस ने इस संबंध में मजहर मजीद नाम के सट्टेबाज को गिरफ्तार किया. हालांकि रविवार को उसे जमानत पर छोड़ दिया गया. सट्टेबाज ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार