मोदी ने दिया विश्वसनीय मीडिया पर जोर
६ नवम्बर २०१७नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज समाचारपत्र सिर्फ खबर ही नहीं देते, वे सोच को गढ़ते हैं और दुनिया के लिए खिड़की खोलते हैं. व्यापकता संदर्भ में देखें तो मीडिया समाज को बदलने का साधन है. इसलिए हम मीडिया को लोकतंत्र का चौथा खंभा बोलते हैं. "
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग विभिन्न स्रोतों से आने वाली खबरों का विश्लेषण करते हैं और उनकी पुष्टि करने की कोशिश करते हैं. इसलिए मीडिया को अपनी विश्वसनीयता बनाये रखने के लिए अतिरिक्त प्रयासों की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने कहा, "विश्वसनीय मीडिया प्लेटफॉर्मों के बीच स्वस्थ प्रतियोगिता लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी है."
भारतीय प्रधानमंत्री ने पिछले साढ़े सात दशक में 'डेली थांती' की भूमिका को रेखांकित करते हुए इसके संस्थापक सी पी अदितानार को श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि मीडिया चौथे स्तंभ के रूप में एक शक्ति अवश्य है लेकिन इसका दुरुपयोग करना अपराध है. 1942 में मदुरै में स्थापित दिना थांती अखबार तमिल भाषा का प्रमुख अखबार है और 82 लाख पाठकों के साथ भारत का पांचवा सबसे लोकप्रिय अखबार है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिटिश सरकार भारतीय भाषायी प्रेस से भयभीत थी इसलिए उसने भाषाई समाचार पत्रों की आवाज दबाने के लिए 1878 में वर्नाकुलर प्रेस अधिनियम लागू किया था. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं में छपने वाले समाचार पत्रों की भूमिका उस समय की ही तरह आज भी महत्वपूर्ण है.
एमजे/आईबी (वार्ता)