यूक्रेन में प्रदर्शनकारियों से भिड़ी पुलिस
१० दिसम्बर २०१३बर्फीली हवाओं के बीच यूक्रेन में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के चलते पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष जारी है. विपक्षी पार्टी के नेता ओलेख त्याखनिबॉक का कहना है कि संघर्ष में 10 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. दो पुलिसकर्मियों के घायल होनी की भी बात कही जा रही है.
सोमवार को पुलिस ने सरकारी कार्यालय के बाहर जमा प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए गए अवरोध तोड़ दिए. सरकारी कार्यालय के बाहर ही प्रदर्शनकारियों ने डेरा जमा रखा है. उन्होंने सरकारी इमारत में ही अपना मुख्यालय भी बनाया हुआ है. सोमवार रात पुलिस ने उनके इस कार्यालय में घुस कर कंप्यूटर सर्वर जब्त कर लिए.
प्रदर्शनकारियों के और उग्र रूप लेने के डर से राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने विपक्ष के साथ बातचीत करने का प्रस्ताव रखा है. यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एशटन भी मंगलवार को बातचीत के लिए कीव पहुंचीं.
अमेरिकी राजदूत जेफरी प्याट ने विरोधियों पर बल के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को जारी रहने की छूट होनी चाहिए. बातचीत और अहिंसा का मौका नहीं गंवाया जाना चाहिए."
अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी यानुकोविच से फोन पर बात कर कहा है कि वह तनाव को खत्म करें और विपक्ष के साथ बातचीत की शुरुआत करें.
रूस के खिलाफ गुस्सा
21 नवंबर को भड़के इस विरोध में सरकार की रूस से नजदीकियों पर जनता का गुस्सा साफ दिखाई दे रहा है. विरोधियों का मानना है कि यूक्रेन सरकार ने मॉस्को के दबाव में आकर यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौता करने से हाथ खींच लिए.
रूस ने यानुकोविच के सामने उस यूनियन के साथ आने का प्रस्ताव रखा है जिसका नेतृत्व मॉस्को कर रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस सदस्यता के बदले में रूस ने यूक्रेन को सस्ती गैस और अरबों डॉलर की मदद देने की पेशकश की है.
एक दिन पहले चेहरों पर मुखौटे लगाए हजारों प्रदर्शनकारियों ने कीव के इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर लेनिन की 11 फीट ऊंची मूर्ति के गले में रस्सी का फंदा डालकर नीचे गिरा दिया. इसके बाद मूर्ति के साथ तोड़फोड़ कर प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच की सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई.
यूक्रेन में विपक्ष चाहता है कि राष्ट्रपति यानुकोविच अपने पद से इस्तीफा दें और चुनाव कराए जाएं. वहीं सरकार ने विपक्ष के कुछ नेताओं पर लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काने और सत्ता पलट के लिए उकसाने के मामलों की जांच शुरू कर दी है.
एसएफ/आईबी (एपी, डीपीए)