यूक्रेन युद्ध में जर्मन नवनाजियों को जाने से रोकेगी पुलिस
२५ फ़रवरी २०२२सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि जर्मनी के कट्टरपंथी रूस के साथ सहयोग कर सकते हैं. जर्मन सरकार ने वामपंथी राजनीतिक पार्टी डी लिंके के अनुरोध पर इस बारे में सरकार के रुख की जानकारी दी है. समाचार एजेंसी डीपीए ने इनसे जुड़े दस्तावेज देखें हैं जो इस खबर की पुष्टि कर रहे हैं.
जर्मनी में कई नवनाजी गुट सक्रिय हैं.ये गुट अल्पसंख्यकों और आप्रवासियों के प्रति नफरत फैलाते हैं. बीते सालों में जर्मनी में अल्पसंख्यकों पर कई हमले भी हुए हैं. ज्यादातर कट्टरपंथी रूस का पक्ष लेने वाले हैं, हालांकि कट्टरपंथियों का एक धड़ा ऐसा भी है जो यूक्रेन के साथ सहानुभूति रखता है. ऐसा माना जाता है कि नवनाजी गुट डेयर द्राइ वेग यानी "तीसरा रास्ता" की सहानुभूति यूक्रेन के राष्ट्रवादियों के साथ है.
सरकार के पास पक्की जानकारी नहीं
सरकार ने एक सांसद के उठाए सवाल के लिखित जवाब में कहा है, "जर्मन दक्षिणपंथी चरमपंथियों के धुर दक्षिणी अर्धसैनिक यूनिटों में जा कर युद्धक गतिविधियों में संदिग्ध रूप से शामिल होने के बारे में संघीय सरकार के पास अभी कोई पुष्ट जानकारी नहीं है कि कोई दक्षिणपंथी यूक्रेन गया है या फिर उन इलाकों में ऐसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहा है."
जर्मनी के गृह मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा है कि मौजूदा संकट के कारण संघीय पुलिस निदेशालयों ने अपना ध्यान दक्षिणपंथी चरमपंथियों की संभावित यात्राओं पर लगाया है." मंत्रालय का यह भी कहना है, "संदिग्ध मामलों में प्रबल नियंत्रण के उपाय किए जाएंगे और अगर कानूनी शर्तें पूरी नहीं हुईं तो उनकी यात्रा को रोका जाएगा."
जर्मन सांसद मार्टिना रेनर ने डि लिंके की तरफ से इस बारे में जानकारी देने का आग्रह किया था. रेनर का कहना है कि जर्मन नवनाजियों का यूक्रेन और रूस के साथ बेहतर संबंध होने की वजह से उनके युद्ध में शामिल होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. रेनर ने कहा, "मैं सुरक्षा अधिकारियों से मांग करती हूं कि वो संकेतों पर नजर रखें और फिर उनके मुताबिक काम करें."
नवनाजी गुटों के रूसी कट्टरपंथियों से संबंध
जर्मनी में सक्रिय नवनाजी गुटों के रूसी कट्टरपंथियों से संपर्क और संबंध की खबरें आती रही हैं. इससे पहले 2020 में ऐसी खबरें आई थीं जिनमें कहा गया कि नवनाजी गुटों के चरमपंथियों ने यूक्रेन या रूस जा कर अर्धसैनिक ट्रेनिंग ली थी. इनमें जर्मनी की धुर दक्षिणपंथी नेशनल डेमोक्रैटिक पार्टी और डेयर द्राइ वेग के युवा कार्यकर्ता शामिल थे. उन खबरों के मुताबिक इन लोगों ने पूर्वी यूक्रेन में सक्रिय जर्मन मिलिशिया गुटों के साथ जा कर हथियार चलाने और विस्फोटकों की ट्रेनिंग ली थी. इनके साथ फिनलैंड और स्वीडन के कुछ युवा भी थे.
ये खबरें जर्मन खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से आई थीं. तब कहा गया था कि ये ट्रेनिंग कैंप रशियन इंपीरियल मूवमेंट की ओर से लगाए गए थे. यह संगठन रूसी साम्राज्य को दोबारा खड़ा करने के उद्देश्य से सक्रिय है. अमेरिका ने इस संगठन को आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल भी किया था.
एनआर/एके(डीपीए)