रात को पार्टियों में भी डूबता है पाकिस्तान
२१ अगस्त २०१२नए फैशनेबल कपड़े पहने डांस फ्लोर पर थिरकते नौजवान, अंधेरे में रंग बिरंगी लेजर की किरणें और डीजे का जोरशोर वाला संगीत. हवा में सिगरेट और गांजे का धुंआ और हाथ में जाम. यह बॉलीवुड के किसी गाने का सीन लगता है. लेकिन ऐसी पार्टियां पाकिस्तान में चलती हैं. कट्टरपंथियों के लिए ऐसी पार्टियां नागवार हैं, इसलिए इन्हें छिप कर किया जाता है. इस्लामाबाद, कराची और लाहौर जैसे शहरों में ऐसी पार्टियां आयोजित की जाती हैं.
आजादी के बाद पाकिस्तान ने खुद की एक खुले विचारों वाला देश की छवि बनाने की कोशिश की. लेकिन 80 के दशक से इसमें बदलाव आ गया. उस समय जनरल मोहम्मद जिया उल हक की हुकूमत में रुढ़िवाद को बढ़ावा मिला. उसके बाद से देश में कट्टरपंथ बढ़ता गया. लेकिन पाकिस्तान में बहुत से रईस भी रहते हैं जिनका पश्चिमी देशों से नाता है. ऐसे ही रईस अक्सर इस तरह की पार्टियों में देखे जाते हैं. इनमें फैशन डिजाइनर, फोटोग्राफर और व्यापारी शामिल होते हैं. शहर के बाहर फार्म हाउस पर या किसी बड़ी हवेली पर इन्हें आयोजित किया जाता है. पार्टी में आने के लिए करीब तीन हजार रुपये की फीस लगती है.
पानी या शराब?
हालांकि पाकिस्तान में शराब पर रोक है, लेकिन यहां आने वाले लोग जानते हैं कि उन्हें यह कहां से मिल सकती है. कई लोग अपनी खुद की बोतल ले कर आते हैं. बाकियों के लिए यहां इंतजाम होता है. कागज के थैलों में छिपा कर व्हिस्की लाई जाती है और वोदका पानी की बोतलों में. लड़के लडकियां यहां बेहिचक एक दूसरे से बात कर सकते हैं, एक दूसरे के साथ नाच गा सकते हैं. हालांकि ऐसे लोगों की संख्या बहुत ही कम है.
हाल ही में पाकिस्तान का एक मामला सामने आया जहां चार महिलाओं को इसलिए मौत की सजा सुना दी गयी क्योंकि वे एक शादी में पुरुषों के साथ नाच रही थीं. यह फैसला कबायली कानून के आधार पर सुनाया गया था. तालिबान के एक लड़ाकू का इस पर कहना है, "जो आदमी औरत एक साथ नाचते हैं उन पर अल्लाह भी लानत देता है. जहां भी हम ऐसी अश्लीलता होती देखेंगे हम उन्हें निशाना बनाएंगे."
संभल कर
ऐसे में पार्टी में आने वाले लोग बेहद सतर्क रहते हैं. पाकिस्तान के रैपर आदिल ओमर भी इन पार्टियों में दिखते हैं. हाथ पर टैटू के लिए मशहूर आदिल अपने गानों में तालिबान का मजाक उड़ाते हैं, लेकिन थोड़ा संभल कर. "कई लोगों को पहचान का संकट होता है. मैं इस बात का पूरा ध्यान रखता हूं कि धर्म के बारे में खुल कर कोई टिप्पणी ना दूं. मैं नहीं चाहता कि कोई पागल मेरा सर कलम कर दे."
इन पार्टियों में आने वाली 23 साल की मायरा को यह सब बहुत अजीब लगता है, "आपके नौकर और ड्राइवर आपको पार्टियों में देखते हैं और आप खुद से पूछते हो कि उन्हें क्या लगता है, आप किस तरह के इंसान हो?" 40 साल की फैशन डिजाइनर बीना सुलतान कहती हैं, "लोगों को लगता है कि मैं बेशरम हूं, लेकिन असल में मैं बहुत धार्मिक हूं. लेकिन मैं जो भी करती हूं वह मेरे और मेरे अल्लाह के बीच है."
पाकिस्तान के इस रूप के बारे में कम ही लोगों को खबर है. रात के अंधेरे में आजादी का अहसास करते युवा लोगों की दुनिया.
आईबी/एमजे (रॉयटर्स)