रूस में पुतिन की बेटी को लगा कोरोना का टीका
११ अगस्त २०२०राष्ट्रपति पुतिन ने जोर देते हुए कहा कि टीके के सारे जरूरी टेस्ट किए गए. परीक्षणों में वैक्सीन को कारगर पाया गया. पुतिन के मुताबिक टीका कोरोना वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी को लंबा कर रहा है. इन नतीजों के बाद ही वैक्सीन को दवा के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए पंजीकृत किया गया है. कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन करने वाला रूस दुनिया का पहला देश है.
हालांकि रूस और दूसरे देशों के वैज्ञानिक अब भी पुतिन के दावे पर शंका जता रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि फेज 3 ट्रायल्स से पहले वैक्सीन पेश करना जल्दबाजी है. फेज 3 ट्रायल के दौरान वैक्सीन को हजारों इंसानों पर टेस्ट किया जाता है. इस प्रक्रिया में महीनों लग सकते हैं. वैज्ञानिकों को संदेह है कि रूसी वैक्सीन बुरा असर भी डाल सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी कहना है कि जल्दबाजी में तैयार वैक्सीन लोगों में सुरक्षा का गलत भाव डाल सकती है. बाद में इसके गंभीर नतीजे सामने आ सकते हैं.
शंकाओं को किया खारिज
इन आशंकाओं को खारिज करते हुए मंगलवार को एक सरकारी बैठक को संबोधित करते हुए 67 साल के पुतिन ने कहा कि वैक्सीन को सही तरीके से टेस्ट किया गया है और यह पूरी तरह सुरक्षित है. रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "मुझे पता है कि यह सक्षम साबित हुई है और यह टिकाऊ इम्यूनिटी बनाती है, और मैं एक बार फिर दोहराना चाहूंगा कि इसने सारे अनिवार्य टेस्ट पास किए हैं."
पुतिन के मुताबिक वैक्सीन का इंजेक्शन लगाने वाले दिन उनकी बेटी को 38 डिग्री सेल्सियस बुखार था. टीके के बाद अगले दिन बुखार उतरकर 37 डिग्री हो गया. दूसरा इंजेक्शन लगाने के बाद बुखार फिर हल्का चढ़ा लेकिन उसके बाद पूरी तरह ठीक हो गया. पुतिन ने कहा, "वह अच्छा महसूस कर रही है और उसके शरीर में एंटीबॉडीज की संख्या काफी ज्यादा है." पुतिन की दो बेटियां हैं. एक का नाम मारिया है और दूसरी का काटेरीना. पिता ने यह नहीं बताया कि टीके किस बेटी को लगे.
दो साल इम्यूनिटी का दावा
मंगलवार को रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी एक बयान जारी कर कहा कि उनकी वैक्सीन दो साल तक कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर को इम्यूनिटी देगी. यह टीका कौन लगवाना चाहेगा, इसका फैसला लोगों को खुद करना होगा. प्रशासन के मुताबिक मेडिकल कर्मचारी, टीचरों और अन्य रिस्क ग्रुपों के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी. रूसी उपप्रधानमंत्री तात्याना गोलिकोवा का दावा है कि डॉक्टर अगस्त के महीने से ही यह टीके लोगों को दे सकेंगे.
वैक्सीन बनाने वाले संस्थान गामालेया इंस्टीट्यूट के हेड प्रोफेसर अलेक्जांडर जिंत्सबुर्ग के मुताबिक फेज-3 ट्रायल के दौरान ही टीकाकरण जारी रहेगा. रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स से बातचीत में उन्होंने कहा कि रूस के 85 प्रांतों में 10-15 प्रांतों में टीकाकरण के लिए पर्याप्त डोज है. रूसी अधिकारियों का कहना है कि बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उत्पादन सितंबर में शुरू होगा. अक्टूबर में बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा. रूस में अब तक कोरोना वायरस के करीब नौ लाख मामले सामने आ चुके हैं. कोविड-19 के चलते वहां 15,131 लोगों की मौत हो चुकी है.
ओएसजे/एमजे (एपी)
__________________________
हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore