लीबिया से भारतीयों को लाने जाएंगे विमान
२५ फ़रवरी २०११शुक्रवार को विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एयर इंडिया के दो विमान शनिवार से हर रोज लीबिया जाकर लोगों को भारत वापस लाएंगे. कृष्णा ने कहा, "अब तक तय कार्यक्रम के मुताबिक 26 फरवरी से सात मार्च तक हर रोज एयर इंडिया के दो विमान लीबिया जाएंगे." विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि भारत अपने नागरिकों को वहां से निकालने के काम में मदद के लिए तीन युद्धपोत भी लीबिया भेज रहा है.
1200 यात्रियों की क्षमता वाला 'स्कॉटिया प्रिंस' नाम का एक यात्री जहाज भी रविवार को लीबिया पहुंच रहा है. यह जहाज लीबिया से बाहर जाने वालों को मिस्र के सिकंदरिया लेकर जाएगा जहां से लोग विमान के जरिए अपने देश वापस लौट सकेंगे.
मुश्किल में फंसे विदेशी
लीबिया में रहने वाले 18000 भारतीयों में से करीब 3000 पूर्वी शहर बेनगाजी में रहते हैं. ये लोग यहां कार कंपनियों और अस्पतालों में नौकरी करते हैं. देश में बिगड़े हालात ने विदेशी नागरिकों को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया है. चीन, कनाडा और दक्षिण कोरिया जैसे देश भी अपने नागरिकों को लीबिया से निकालने के लिए फेरी सेवाएं चला रहे हैं. दक्षिण कोरिया ने सोमालियाई डाकुओं से बचाव के लिए तैनात किए अपने युद्घपोत को लीबिया भेजा दिया है ताकि उसके नागरिकों को वहां से निकाला जा सके. दक्षिण कोरिया के 1400 नागरिक लीबिया में काम करते है.
सबसे ज्यादा दिक्कत एशियाई देशों के नागरिकों की है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक वहां कम से कम डेढ़ लाख एशियाई नागरिक फंसे हुए हैं. ये वे लोग हैं जो कम आमदनी वाली नौकरियों में हैं. इनमें से 60,000 बांग्लादेश के और 30,000 फिलिपींस के हैं. इन लोगों की हालत ज्यादा खराब है क्योंकि इन्हें वतन लाने के लिए इनके देशों की तरफ से कोई इंतजाम अभी तक नहीं किया गया है.
एयरपोर्ट पर हालत खराब
त्रिपोली हवाई अड्डे पर हालात बेहद खराब हैं. वहां हजारों यात्री फंसे हुए हैं लेकिन बहुत कम लोगों को ही वापसी के लिए विमान सेवा मिल पा रही है. रोमानिया ने बताया कि उसके 50 नागरिक शुक्रवार सुबह लीबिया से निकलने में कामयाब हो गए. इन लोगों ने बताया कि एयरपोर्ट पर खाने पीने की चीजों की भी भारी दिक्कत हो रही है.
शुक्रवार सुबह स्पेन का एक सैन्य विमान त्रिपोली से 124 नागरिकों को साथ लेकर मैड्रिड पहुंचा. इसमें स्पेन के 40 नागरिक और बाकी ब्रिटेन, फिनलैंड, मेक्सिको, कनाडा, यूक्रेन और पुर्तगाल के हैं. इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश लोगों को लीबिया से लाने में हुई देरी के लिए माफी मांगी है. ब्रिटिश नागरिकों को लेकर तीन विमान अब तक उड़ान भर चुके हैं. इनमें वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों के साथ एक पालतू कुत्ते को भी वापस लाया गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार