शतक से 50 किलो वजन कम हुआः सचिन
१६ मार्च २०१२करोड़ों लोगों की उम्मीदों का शतक लगाने के साथ ही सचिन ने अब सोचना बंद कर दिया है. कहते हैं, "मैं इस मकाम पर और कुछ नहीं सोचना चाहता. यह मेरे लिए मुश्किल वक्त रहा है.. मैंने सीजन की शुरुआत अच्छी की लेकिन बाद में किस्मत बुरी रही. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितने शतक बनाए हैं, आपको इसके लिए हमेशा मेहनत करनी पड़ती है. जब मुझे 99वां शतक मिला तब किसी ने इसके बारे में बात नहीं की थी. मुझे लगता है कि मीडिया ने इसकी चर्चा शुरू की और फिर जहां कहीं मैं जाता लोग मेरे 100वें शतक के बारे में बात करते."
इधर सचिन ने शतक लगाया और उधर बधाइयों का तांता शुरु हो गया. खराब बजट के लिए सरकार की किरकिरी झेल रहे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी सबकुछ भुला कर सचिन को मुबारकबाद दी. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "सचिन तेंदुलकर के 100 शतक बना कर इतिहास रचने पर बधाई दे रहे देशवासियों के साथ मैं भी हूं. उन्होंने भारत का गौरव बढ़ाया है. तेंदुलकर का लंबा करियर उनकी शैली, चरित्र और साहस की जीत है. मैं उन्हें आगे कई और पारियों और ऊंचाइयों के साथ युवाओं को प्रेरणा देने की शुभकामना देता हूं."
क्रिकेट की अंतरराष्ट्रीय बिरादरी भी सचिन की इस कामयाबी का जश्न मना रही है. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोगार्ट ने कहा है,"क्रिकेट प्रेमियों ने सचिन को 20 से ज्यादा सालों से सिर पर बिठा रखा है और बड़ी उम्मीदों से उनके 100वें शतक का इंतजार कर रहे थे. किसी भी बल्लेबाज के लिए 100 का आंकड़ा अहम है और 100 शतकों का रिकॉर्ड तो आपके देश के लिए अपने आप में एक बड़ा बयान. वो दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार हैं. बल्लेबाजी के इतने रिकॉर्ड ने उन्हें सही मायने में रोल मॉडल बनाया है."
इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉ ने ट्वीटर पर लिखा है, "यह दुनिया की सबसे बड़ी खेल उपलब्धि है. सचिन के शतकों का शतक. यह दुबारा कभी नहीं होगा. लीजेंड."
भारत के विध्वंसक बल्लेबाज और वीरेंद्र सहवाग ने सचिन के शतक पर खुश होकर ट्वीटर के जरिए संदेश भेजा है, "पाजी बहुत बधाइयां. आपके लिए यह बहुत छोटी है लेकिन यह एक महान ऐतिहासिक उपलब्धि है. जब मिलेंगे तो भोज मेरी तरफ से. और भी बहुत कुछ."
रिपोर्टः पीटीआई, एपी/एन रंजन
संपादनः ए जमाल