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सचिन ने हमेशा कड़ी मेहनत पर भरोसा किया

१३ अगस्त २०१०

सचिन तेंदुलकर ने पांच क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत का झंडा बुलंद किया है और 20 साल से वह बल्लेबाजी में भारत की रीढ़ हैं. सचिन मानते हैं कि उन्होंने हमेशा कड़ी मेहनत पर भरोसा किया और जिंदगी में हर बात की अहमियत समझी है.

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तस्वीर: AP

तेंदुलकर इस समय छठे वर्ल्ड कप के लिए तैयार हो रहे हैं और इस बार वह भारतीय टीम को जीतते हुए देखना चाहते हैं. तेंदुलकर का कहना है कि वह ईश्वर के शुक्रगुजार हैं कि उसने उन्हें इतनी कामयाबी दी. उन्होंने कहा, "मैं बहुत भाग्यवान हूं कि मुझे अब तक पांच वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिला. ईश्वर मुझ पर मेहरबान रहा है. उसने मुझे अच्छी सेहत दी और रनों का अंबार लगाने का मौका भी. मैं बहुत खुश हूं और अपने रास्ते में मिलने वाली हर कामयाबी को बेहद अहम मानता हूं."

आईसीसी के क्रिकेट वर्ल्ड रेडियो शो में सचिन ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं माना कि जिंदगी में हर चीज आसानी से मिल जाती हैं. मास्टर ब्लास्टर के मुताबिक वह हर बात की अहमियत समझते हैं और सफलता के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है. आगे भी वह मेहनत करते रहेंगे. तेंदुलकर बहुत खुश हैं, रोमांचित हैं और ईश्वर के शुक्रगुजार हैं.

तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में 200 रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है और वह सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले क्रिकेटर भी हैं. वनडे में 46 शतक लगाने वाले सचिन 17 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं. लेकिन उनकी एक हसरत अभी अधूरी है. वह चाहते हैं कि रिटायर होने से पहले एक बार भारतीय टीम को वर्ल्ड कप जिता दें. तेंदुलकर का मानना है कि उनकी और टीम की यह कामयाबी देशवासियों के लिए सबसे बड़ा तोहफा होगी.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में (टेस्ट और वनडे) तीस हजार रन पूरे कर चुके सचिन तेंदुलकर को भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है. इससे पहले सचिन तेंदुलकर को खेल के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड भी मिल चुका है. अब आवाज उठ रही हैं कि तेंदुलकर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया जाना चाहिए.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: वी कुमार

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