सांसद की हत्या के बाद शोक में डूबा ब्रिटेन
१७ जून २०१६पहले अंतरराष्ट्रीय राहतकर्मी रहीं 41 वर्षीय जो कॉक्स सीरियाई शरणार्थियों के लिए अपने समर्थन के लिए भी जानी जाती थीं. जिस समय उन पर हमला हुआ वह उस लाइब्रेरी के बाहर थीं, जहां वे अपने गांव बिर्स्टाल में अपने मतदाताओं से मिलती थीं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दो बच्चों की मां पर बार बार गोली चलाई गई और छुरा घोंपा गया. हमले के आरोप में एक 52 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिसे पड़ोसियों ने एकाकी बताया है. इस बात के संकेत हैं कि वह उग्र दक्षिणपंथी रुझान का था.
यूरोप समर्थक सांसद की हत्या ऐसे समय में हुई है जब छह दिन बाद ब्रिटेन में यूरोपीय संघ की सदस्यता पर जनमत संग्रह होने वाला है. ईयू में रहने या सदस्यता छोड़ने के समर्थकों ने कॉक्स की हत्या के बाद अपना अभियान रोक दिया है और एक स्वर में हत्या की निंदा की है. हमले की पृष्ठभूमि का अभी तक पता नहीं चला है लेकिन कुछ पर्यवेक्षक इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या हमला जनमत संग्रह से जुड़ा हुआ था, जिसकी वजह से राष्ट्रीय पहचान और आप्रवासन को लेकर लोग अत्यंत भावनात्मक हो गए हैं.
ब्रिटेन में राजनीतिज्ञों पर हमले अब आम नहीं है. 1990 के बाद जो कॉक्स पहली ब्रिटिश सांसद हैं जिनकी हत्या हुई है. दैनिक द टाइम्स ने खबर दी है कि कॉक्स को पिछले तीन महीने से संदेशों के जरिये परेशान किया जा रहा था. पुलिस ने कहा है कि वह अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने पर विचार कर रही थी, लेकिन साथ ही कहा है कि संदेशों और गुरुवार के हमले के बीच कोई ज्ञात संबंध नहीं है.
जनमत संग्रह पर असर
कॉक्स की हत्या के पहले होने वाले सर्वे इस बात की ओर संकेत कर रहे थे कि 23 जून को होने वाले मतदान में ब्रिटेन यूरोपीय संघ छोड़ने का फैसला कर सकता है. इस अटकलों ने वित्तीय बाजारों को परेशान कर रखा था और ब्रिटिश मुद्रा पाउंड की दर नीचे जा रही थी. कॉक्स की हत्या के बाद पाउंड की दरें चढ़ी हैं. निवेशक अनुमान लगा रहे हैं कि लोकप्रिय सांसद की हत्या के बाद ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में बने रहने की संभावना बढ़ गई है.
कंजरवेटिव पत्रिका द स्पेक्टर में एलेक्स मेसी ने लिखा है कि दिन की शुरुआत यूरोप विरोधी यूकिप पार्टी के एक पोस्टर से हुई जिसमें आप्रवासियों की लाइन लगी थी और लिखा था ब्रेकिंग प्वाइंट. संदेश साफ था, ईयू को छोड़ने के लिए वोट दो या आप्रवासियों के लिए तैयार रहो. उन्होंने लिखा है, "यदि आप राजनीति को जीवन और मृत्यु की तरह पेश करते हैं, राष्ट्र के अस्तित्व के सवाल के रूप में, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए जब कुछ लोग आपके शब्दों को गंभीरता से लेते हैं. "
संदिग्ध हत्यारा
अमेरिकी एडवोकेसी ग्रुप सदर्न पॉवर्टी लॉ सेंटर ने कहा है कि कई दशक से उस इलाके में रहने वाला अभियुक्त नेशनल अलायंस का "समर्पित समर्थक" था जो कभी अमेरिका की प्रमुख नवनाजी पार्टी हुआ करती थी. सेंटर के अनुसार हत्यारे उस ग्रुप का साहित्य पढ़ने पर 620 डॉलर खर्च किए जो श्वेतों का होमलैंड बनाने और यहूदियों को खत्म करने की वकालत करता है. सेंटर के अनुसार पड़ोसी उसे एकाकी बताते हैं लेकिन उसका श्वेत राष्ट्रवाद का लंबा इतिहास रहा है.
हमले के एक प्रत्यक्षदर्शी और कैफे मालिक क्लार्क रोथवेल ने कहा है कि हत्यारे नें हमले के दौरान बार बार कहा "पुट ब्रिटेन फर्स्ट." ब्रिटेन फर्स्ट एक अति दक्षिणपंथी इमिग्रेशन विरोधी गुट का नाम है, लेकिन इस संगठन ने हमले में हाथ होने से इंकार किया है.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कॉक्स की हत्या को हर उस व्यक्ति की हत्या बताया है जो लोकतंत्र की चिंता करता है और जिसका लोकतंत्र में विश्वास है. बर्लिन में जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने कॉक्स की हत्या को भयावह और नाटकीय बताते हुए कॉक्स के परिजनों के साथ संवेदना व्यक्त की. लंदन में संसद के बाहर कॉक्स को श्रद्धांजलि देने के लिए बहुत से लोग इकट्ठा हुए हैं.
जो कॉक्स ने संसद में अपने पहले भाषण में आप्रवासन और बहुलता का पक्ष लिया था. वह अपने पति ब्रेंडव और पांच और तीन साल के दो बच्चों के साथ थेम्स नदी पर एक हाउसबोट पर रहती थीं. जो की मौत के बाद एक भावनात्मक संदेश में उनके पति ब्रेंडन ने नफरत के खिलाफ एकजुट होने की अपील की.