सोमवार को भारत पाक गृह सचिव मिलेंगे
२७ मार्च २०११नौ महीने की चुप्पी के बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बीच होने जा रही इस बैठक से कोई बड़ा नतीजा या कोई बड़ा एलान होने के तो आसार नहीं है पर इतनी जरूर उम्मीद की जा रही है कि रिश्तों में जमी बर्फ का पिघलना शायद शुरु हो जाए. इस बैठक के बाद आगे की बातचीत के लिए रास्ता निकल आने आने की उम्मीद जताई जा रही है. भारत की तरफ से जी के पिल्लई और पाकिस्तान की तरफ से चौधरी कमर जमान के बीच कई मुद्दो पर चर्चा होनी है. इसमें मुंबई हमले के दोषियों पर पाकिस्तान की तरफ से अब तक नहीं हुई कार्रवाई का मसला भी उठेगा.
दोनों देशों के गृह सचिवों के बीच बातचीत ऐसे वक्त में हो रही है जब भारत पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच देखने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दिए न्यौते को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री स्वीकार कर चुके हैं. क्रिकेट मुकाबला बुधवार को है और इसके तुरंत बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच एक औपचारिक मुलाकात भी होगी.
भारत में उत्साह नहीं
एक भारतीय अधिकारी ने इन मुलाकातों के बारे में कहा,"पाकिस्तान की तरफ से भारत के साथ आतंक विरोधी कार्रवाइयों में सहयोगी रवैया न अपनाने के कारण भारतीय पक्ष इन चर्चाओं को लेकर बहुत उत्साह दिखाने की स्थिति में नहीं है. मुंबई हमले के दोषियों पर कार्रवाई करने की दिशा में "पाकिस्तान सरकार एक ईंच भी आगे नहीं बढ़ी है." भारत ने हमलावरों को निर्देश देने वालों के आवाज के नमूने भेजने के लिए आग्रह किया पर अब तक उस पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई.
पिछले साल पाकिस्तान दौरे पर गए भारत के गृह मंत्री पी चिदंबरम ने जब मुंबई हमलों के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और उनकी आवाज के नमूने देने की मांग की तो जवाब में गृहमंत्री रहमान मलिक ने कहा,"आपको हमारे जवाब से निराशा नहीं होगी." इस अधिकारी ने कहा, "नौ महीने बीत चुके हैं अब तक कोई जवाब नहीं आया. ऐसे में ये उम्मीद कैसे लगाई जाए कि बातचीत का कोई बड़ा नतीजा निकलेगा."
इतना ही नहीं 2008 के मुंबई हमलों की साजिश में शामिल किसी भी बड़े नाम को अब तक हिरासत में नहीं लिया गया केवल निचली कतार के कुछ लोगों को ही अब तक पकड़ा गया है. भारतीय अधिकारियों के पास उस पूरी बातचीत का रिकॉर्ड है जो अलग अलग जगहों पर मौजूद आतंकियों ने पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से की. भारत ने उन लोगों के नाम, तस्वीरें और पते पाकिस्तान सरकार को दिए हैं और केवल उनकी आवाज के नमूने मांगे है पर पाक सरकार वो भी नहीं दे पा रही है.
भारत अपनी तरफ से एक कमीशन भी पाकिस्तान भेजना चाहता है जो जेल में बंद लश्कर के आतंकवादी जकीउर रहमान लखवी से पूछताछ करेगा लेकिन अब तक इस पर भी कोई जवाब नहीं मिला है. हालांकि इन सब के बावजूद बैठक तो होगी ही. बातचीत में सीमा पार आतंकी शिविरों को बंद करने, समझौता एक्सप्रेस धमाकी की जांच और मुंबई हमले के दोषियों के आवाज के नमूनों का मसला छाए रहने की उम्मीद की जा रही है. इसके अलावा भारत इंडियन मुजाहिदिन के आतंकवादियों और अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम को सौंपने की भी मांग करेगा. इसके साथ ही सीमा पार चल रहे जाली नोटों के कारोबार को रोकने पर भी चर्चा होगी.
नवंबर 2008 में मुंबई पर हमले के साथ ही भारत ने पाकिस्तान के साथ चल रही हर तरह की बातचीत बंद कर दी थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम