सोशल डेमोक्रेसी के 150 साल
डेढ़ सौ साल पहले 23 मई 1863 को लाइपजिष शहर में जर्मनी की सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी की स्थापना हुई. उस समय एक श्रमिक संगठन के रूप में. प्रतिबंध, दमन, निर्वासन, सफलता और विफलताएं एसपीडी के इतिहास से जुड़ी रही हैं.
यादों के तहखाने से
खेल खेल में सोशल डेमोक्रैसी का इतिहास जानें. एसपीडी जर्मन श्रमिक आंदोलन की पहली पार्टी थी. सौ साल बाद विली ब्रांट संघीय जर्मनी के पहले एसपीडी चांसलर बने. पार्टी ने कुल तीन चांसलर दिए.
प्रतिबंधों से बाहर
सदस्यों की पहली बैठकें चोरी छिपे हुईं. शुरुआती बैठक में संस्थापक सदस्य आउगुस्ट बेबेल और विल्हेल्म लीबक्नेष्ट भी मौजूद हैं. 1863 में बने जर्मन श्रमिक संघ में दस साल बाद 21,000 सदस्य हो गए.
रोक के बावजूद सफल
उद्योग बढ़े तो लोगों को रोजगार मिला. लेकिन कारखानों में बदहाली थी. मजदूर संघ लोकप्रिय होने लगे. 1878 में कानून बनाकर इसे रोकने की कोशिश हुई. फिर भी 1890 तक एसपीडी जनांदोलन बन गया.
स्कूल में पार्टी नेता
एसपीडी के पार्टी स्कूल में 1906 से रोजा लक्जेमबुर्ग और बेबेल जैसे प्रमुख पार्टी सदस्य पढ़ने लगे. बेबेल के पिता ने कहा था, ज्ञान ताकत है, ताकत ज्ञान है. 1912 तक एसपीडी जर्मनी की सबसे बड़ी पार्टी बन गई.
अशांत वाइमार गणतंत्र
बर्लिन में 9 नवम्बर 1918 को राइषटाग भवन के छज्जे से गणतंत्र की घोषणा करते एसपीडी नेता फिलिप शाइडेमन. एक साल बाद पार्टी नेता फ्रीडरिष एबर्ट राइष चांसलर बने. महिलाओं को मताधिकार मिला.
नाजी शासन का विरोध
एसपीडी सांसद ओटो वेल्स ने 1933 में संसद को कमजोर करने की हिटलर की कोशिश का विरोध किया. कुछ ही महीनों बाद मजदूर संगठनों को भंग कर दिया गया, एसपीडी पर प्रतिबंध लगा दिया गया.
दमन और निर्वासन
नाजियों की निगरानी में दीवार साफ करते एसपीडी नेता. नाजी शासन के दौरान बहुत से पार्टी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया, उन्हें यातना दी गई या मार डाला गया. पार्टी के बहुत से नेता निर्वासन में चले गए.
पार्टी का पुनर्गठन
बमबारी में ध्वस्त फ्रैंकफर्ट में 1946 में भाषण देते पश्चिमी कब्जे वाले जर्मनी में एसपीडी के नए अध्यक्ष कुर्ट शूमाखर. सोवियत पूर्वी जर्मनी में एसपीडी और कम्युनिस्ट पार्टी का जबरन विलय कर दिया गया.
जनाधार वाली पार्टी
एसपीडी ने 1959 में गोडेसबर्ग कार्यक्रम पास किया. पार्टी ने सामाजिक बाजार अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा को गले लगाया. इसकी वजह से 1966 में सीडीयू के साथ गठबंधन संभव हुआ, विली ब्रांट उप चांसलर बने.
नई शुरुआत
तीन साल बाद 1969 में विली ब्रांट संघीय जर्मनी के पहले एसपीडी चांसलर बने. वॉरसॉ में घुटने टेककर विली ब्रांट ने देश की नई पूर्वी नीति की नींव रखी. उन्होंने अधिक लोकतंत्र की हिम्मत दिखाने का नारा दिया.
वामपंथी रुझान
1968 के छात्र आंदोलन के बाद बहुत से लोग पार्टी में शामिल हुए. वे पार्टी में नई बयार लाए, लेकिन वैचारिक संघर्ष भी. 1974 में हाइडेमारी विचोरेक सौएल पार्टी के युवा संगठन की पहली महिला अध्यक्ष बनी.
श्मिट और जर्मन शरद
वामपंथी उग्रवादी संगठन रेड आर्मी फ्रैक्शन द्वारा मारे गए जर्मन नियोक्ता संघ के अध्यक्ष हंस मार्टिन श्लायर की पत्नी को शोक संवेदना. एसपीडी चांसलर हेल्मुट श्मिट की सरकार के लिए यह कठिन घड़ी थी.
विपक्ष में कठिन दिन
लिबरल पार्टी के साथ 1982 में गठबंधन टूटने के बाद एसपीडी लम्बे समय तक विपक्ष में रहा. 1994 में रूडोल्फ शार्पिंग सत्ता वापस जीतने में नाकाम रहे. ऑस्कर लाफोन्टेन (बीच में) पार्टी नए अध्यक्ष बने.
सुधार की उहापोह
सितंबर 1998 में एसपीडी ग्रीन पार्टी के साथ फिर से सत्ता में आई. चांसलर गेरहार्ड श्रोएडर ने रोजगार बाजार में व्यापक लेकिन विवादास्पद सुधार किए. इसका विरोध करने वाले बहुत से लोगों ने पार्टी छोड़ दी.
नया नेतृत्व
अब अपनी साफगोई के लिए मशहूर पेअर श्टाइनब्रुक चांसलर पद के लिए अंगेला मैर्केल को चुनौती दे रहे हैं.