हिंद महासागर में फ्रांसीसी द्वीप पर तूफान से बर्बादी
हिंद महासागर में फ्रांसीसी द्वीप मयोट्ट भीषण तूफान की चपेट में आया है. सैकड़ों लोगों के मरने की आशंका है. राहतकर्मियों का दल पीड़ितों को बचाने में जुटा है.
हर तरफ बर्बादी के निशान
मयोट्ट से आ रही तस्वीरों में वहां भारी नुकसान दिख रहा है. द्वीप पर मौजूद घर मलबे के ढेर में तब्दील हो गए हैं. सप्ताहांत में आए तूफान से काफी बर्बादी हुई है.
फ्रांस की ओवरसीज टेरिटरी
हिंद महासागर में मौजूद मयोट्ट फ्रांस की ओवरसीज टेरिटरी है. यहां का शासन सीधे पेरिस से चलता है. फ्रांस के गृह मंत्री ब्रीने रेतायो द्वीप पर पहुंच गये हैं. यही मंत्रालय मयोट्ट की व्यवस्था देखता है. यह फ्रांस के सबसे गरीब इलाकों में एक है.
स्वास्थ्य सेवाएं तबाह
तूफान ने द्वीप पर मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया है. अस्पताल और हेल्थ सेंटर काम करने लायक नहीं बचे हैं.
सैकड़ों लोगों की मौत का अंदेशा
तूफान की चपेट में आ कर सैकड़ों लोगों के मरने का अंदेशा है. फ्रांस के नियुक्त किए सर्वोच्च अधिकारी फ्रांसोआ जेवियर बेविल ने स्थानीय प्रसारक मयोट्ट ला प्रीमियर से बातचीत में मरने वालों की संख्या के बारे में कहा, "मुझे लगता है कि निश्चित रूप से कई सौ लोग होंगे, शायद यह संख्या हजार तक जा सकती है या फिर कई हजार भी."
कच्चे मकान जमींदोज
चिडो तूफान के साथ आई तेज हवाओं की रफ्तार 226 किलोमीटर प्रति घंटे थी. द्वीप पर 3 लाख से ज्यादा लोग कच्चे मकानों में रहते हैं. तूफान की चपेट में आ कर टीन की छत वाले ये मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए.
मलबे में दबे लोग
द्वीप पर कई इलाकों में सड़कें बंद हो गई हैं और वहां राहतकर्मी नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे में आशंका है कि मलबों के अंदर बड़ी संख्या में लोग दबे हो सकते हैं.
राहत और बचाव
सैकड़ों राहतकर्मियों और सेना के जवानों को यहां राहत और बचाव के अभियान के लिए फ्रांस ने भेजा है. पास ही मौजूद फ्रेंच द्वीप ला रियूनियन बचाव अभियान का केंद्र बनाया गया है. राहत सामग्री के साथ रविवार को पहला विमान यहां पहुचा.
बिजली, पानी सबकुछ ठप्प
शनिवार को आए तूफान चिडो ने मयोट्ट के एयरपोर्ट को भी नुकसान पहुंचाया है. इसके साथ ही बिजली, पानी और संचार का तंत्र ठप्प हो गया है.
चिडो तूफान का कहर
असाधारण तूफान चिडो जलवायु परिवर्तन के कारण मजबूत बन कर उभरा. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि हिंद महासागर की गर्म हवाओं से मिल कर यह विध्वंसकारी बन गया. इसके कदम सबसे पहले मोजाम्बिक में पड़े. वहां से यह मयोट्ट की तरफ चला गया. मोजाम्बिक में भी तीन लोगों की मौत हुई है.
आसपास के इलाकों में भारी बारिश
तूफान की आफत अभी पूरी तरह से टली नहीं है. मलावी समेत आसपास के कई इलाकों में सोमवार को भी भारी बारिश हो रही है.