भारत के 8 समुद्र तटों को मिला ब्ल्यू फ्लैग सर्टिफिकेट
१२ अक्टूबर २०२०देश के पांच राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित भारत के 8 समुद्र तटों को मिले ब्ल्यू फ्लैग प्रमाणपत्र को केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उत्कृष्ट उपलब्धि बताया है. प्रमाणपत्र देने का निर्णय अंतरराष्ट्रीय निर्णायक समिति ने किया, जिसके प्रतिष्ठित सदस्यों में यूएनईपी, यूएएनडब्ल्यूटीओ, एफईई, आईयूसीएन शामिल हैं.
'ब्ल्यू फ्लैग' से सम्मानित समुद्र तट हैं - शिवराजपुर (द्वारका-गुजरात), घोघला (दीव), कासरकोड और पादुबिद्री (कर्नाटक), कप्पड़ (केरल), रुशिकोंडा (आंध्र प्रदेश), गोल्डन (पुरी-ओडिशा) और राधा नगर (अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह).
ब्ल्यू फ्लैग सर्टिफिकेट पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (एफईई) देती है. 1987 से यह सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं और तब से स्पेन लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है. यह सर्टिफिकेट बीच या फिर पानी के इर्दगिर्द बनी जगह को साफ सुथरा और सुरक्षित रखने तथा लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दिया जाता है.
भारत को तटीय क्षेत्रों को प्रदूषण नियंत्रण के लिए 'अंतरराष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ कार्य प्रणालियों' के तहत अंतरराष्ट्रीय निर्णायक समिति द्वारा तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने संदेश में कहा, "यह एक उत्कृष्ट उपलब्धि है. किसी भी देश को पहले ही प्रयास में 8 समुद्र तटों के लिए कभी भी सम्मानित नहीं किया गया है. यह भारत के संरक्षण और सतत विकास के प्रयासों को वैश्विक मान्यता भी प्रदान करता है." जावड़ेकर ने कहा, "भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र का पहला देश है जिसने केवल 2 साल के समय में यह उपलब्धि हासिल की है."
जापान, दक्षिण कोरिया और संयुक्त अरब अमारात-यूएई अन्य एशियाई राष्ट्र हैं, जिन्हें दो समुद्र तटों के लिए ब्ल्यू फ्लैग से सम्मानित किया गया है, और वो भी लगभग 5 से 6 वर्ष में. भारत अब 50 'ब्ल्यू फ्लैग' देशों के समूह में शामिल है. अगले पांच वर्षो में देश में 100 ऐसे समुद्र तटों के लिए ब्ल्यू फ्लैग सम्मान प्राप्त करने की योजना बन रही है.
आईएएनएस/आईबी
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