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9/11 रचने वाले ने ही की पर्ल की हत्या

२२ जनवरी २०११

अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या उमर शेख ने नहीं बल्कि खालेद शेख मोहम्मद ने की है. पर्ल की हत्या की जांच कर रही टीम का दावा है कि हत्या के लिए गलत आरोपियों को सजा दी गई. खालेद शेख मोहम्मद 9/11 हमले में भी शामिल.

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खालेद शेख मोहम्मदतस्वीर: AP

अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के करीब 9 साल बाद जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बारबरा फेनमेन टोड और वॉल स्ट्रीट जर्नल में काम कर चुकीं असरा नोमानी के नेतृत्व वाली टीम ने एक रिपोर्ट तैयार की है. इसे पर्ल प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है.

इसके मुताबिक पर्ल की हत्या कंधार विमान अपहरण के बाद रिहा किए गए पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिक उमर शेख ने नहीं, बल्कि खालेद शेख मोहम्मद ने की है लेकिन अमेरिकी अधिकारी इस मामले में कार्रवाई नहीं कर रहे. वैसे मोहम्मद भी पर्ल की हत्या की बात मान चुका है.

USA Terror Prozeß Khalid Sheikh Mohammed
शेख मोहम्मद की हालिया तस्वीरतस्वीर: AP

ये तो इंसाफ नहीं

मोहम्मद ने अमेरिकी जांच अधिकारियों को बताया है कि उसने डेनियल पर्ल का गला रेत दिया और उनके सिर को धड़ से अलग कर दिया. अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई अधिकारियों ने डेनियल पर्ल की हत्या के वीडियो में दिखाए गए हत्यारे और आधुनिकतम तकनीक से मोहम्मद की जांच की और पाया कि पर्ल को उसी ने मारा है.

इस तकनीक को वेन मैचिंग तकनीक कहा जाता है जिसके जरिए हाथ की नसों में समानता को ढूंढा जाता है. अमेरिकी अधिकारियों ने खालेद शेख मोहम्मद के खिलाफ मुकदमा चलाने फिलहाल इनकार कर दिया है.

बारबरा फेनमैन टोड ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया, "अमेरिकी अधिकारी शेख मोहम्मद के खिलाफ नहीं जाना चाहते क्योंकि इससे 9/11 केस में जटिलताएं पैदा हो जाएंगी. लेकिन इस तरह से तो न्याय नहीं होगा. हम उम्मीद करते हैं कि इस रिपोर्ट से अमेरिका और पाकिस्तान डेनियल पर्ल हत्याकांड में नए सिरे से प्रयास करेंगे." खालेद शेख मोहम्मद अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को हुए हमलों का आरोप है और मुकदमा चल रहा है.

पर्ल प्रोजेक्ट टीम में शामिल लोगों ने पाकिस्तान के कराची सहित कई शहरों और गांवों का दौरा किया और पर्ल की जिंदगी के आखिरी कुछ दिनों को जोड़ने का प्रयास किया. अदालती कागजातों, इंटरव्यू, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की रिपोर्टों, एफबीआई की रिपोर्टों, अमेरिकी विदेश विभाग के संदेशों के जरिए उन्होंने पर्ल हत्याकांड की तस्वीर को उकेरने का प्रयास किया. पर्ल प्रोजेक्ट टीम में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के करीब 32 छात्र शामिल हैं.

Daniel Pearl Wall Street Journalist wurde ermordet
डेनियल पर्लतस्वीर: AP

यहूदी होना भारी पड़ा

प्रोजेक्ट टीम ने पाया कि पर्ल हत्याकांड में दोषी पाए गए चार व्यक्ति सीधे तौर पर पर्ल के अपहरण या हत्या के लिए जिम्मेदार नहीं थे. शेख ने पर्ल को पाकिस्तान आने का लालच दिया और अन्य तीन लोगों ने फिरौती की रकम से जुड़ा हुआ एक खत लिखा. नोमानी और टोड मानती हैं कि शेख पर्ल के लिए फिरौती पर मोलभाव कर रहा था और सहमति होने पर पर्ल को छोड़ा जा सकता था.

प्रोजेक्ट टीम का दावा है कि खालेद शेख मोहम्मद की भूमिका अल कायदा के एक फोन से शुरू हुई. अल कायदा के एक सदस्य ने मोहम्मद को फोन कर बताया कि एक गुट ने अमेरिकी पत्रकार को बंधक बनाया है और उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उसके साथ क्या किया जाए.

नोमानी का कहना है, "हमें नहीं पता कि क्या खालेद शेख मोहम्मद को डेनियल पर्ल की हत्या का आदेश दिया गया था. लेकिन इतना जानते हैं कि एक बैग में दो चाकू, मांस काटने वाला बड़ा चाकू और एक वीडियो कैमरा लेकर वह उनके पास पहुंचा."

मोहम्मद ने एफबीआई अधिकारियों को बताया कि प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए ही उसने डेनियल पर्ल की हत्या की और पर्ल के यहूदी होने की वजह से फैसला लेने में आसानी हुई. रिपोर्ट में पूर्व अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार कोंडोलिज्जा राइस का भी जिक्र है जिसके मुताबिक 2003 में राइस ने पर्ल की विधवा मैरियन को बताया कि अमेरिका अधिकारी मानते हैं कि असली हत्यारा खालेद शेख मोहम्मद है.

साफ हुई तस्वीर

तीन साल की मेहनत के बाद नोमानी और टोड का कहना है कि उन्होंने सच्चाई को सामने लाने का प्रयास किया है क्योंकि सच्चाई शायद पीछे छूट गई थी. टोड के मुताबिक तस्वीर अब काफी हद तक साफ है लेकिन उसके साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का पहलू भी जुड़ा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्ल के अपहरण और हत्या में शामिल 27 में से 14 लोग अब भी आजाद घूम रहे हैं.

डेनियल पर्ल वॉल स्ट्रीट जर्नल के दक्षिण एशिया ब्यूरो चीफ के पद पर काम कर रहे थे और मुंबई में रहते थे. अल कायदा और एक आतंकवादी के बीच रिश्तों की पड़ताल करने 2002 में वह पाकिस्तान गए जहां उनका अपहरण कर लिया गया और फिर हत्या कर दी गई. जुलाई 2002 में पाकिस्तानी मूल के उमर शेख को पर्ल के अपहरण और हत्या का अपराध साबित होने पर मौत की सजा सुनाई गई. लेकिन अब प्रोजेक्ट टीम ने दावा किया है कि हत्यारा खालेद शेख मोहम्मद है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए कुमार

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