भीषण ठंड में ठिठुर रहा है अफगानिस्तान
अफगानिस्तान में भीषण ठंड की वजह से लोगों का बुरा हाल है. मुश्किल हालात और उनका मुकाबला करने के संसाधनों की कमी की वजह से सिर्फ जनवरी में ही 160 लोगों की मौत हो गई. इन तस्वीरों में देखिए कैसे हैं हालात.
काबुल की सर्दी
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक चर्म मौसम के हालात की वजह से सिर्फ जनवरी में ही 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा 70,000 से ज्यादा मवेशियों की भी जान जा चुकी है. मवेशी अफगान लोगों के लिए भोजन और आय दोनों का एक महत्वपूर्ण जरिया है.
लकड़ियों की जगह प्लास्टिक जलाना
एक लड़का प्लास्टिक कचरे से भरी हुई थैलियां ले जा रहा है. तापमान शून्य से नीचे है और इन हालात में लोगों को गर्मी पाने के लिए कुछ न कुछ जलाने की जरूरत है. लकड़ियों की कमी है तो लोग प्लास्टिक ही जला लेते हैं.
कैसे मिले गर्मी
क्रिकेट खेलना गर्म रहने का एक तरीका है. कड़ी सर्दियां अफगानिस्तान के लिए कोई नई बात नहीं है लेकिन घोर प्रांत में दर्ज किया गया माइनस 33 डिग्री सेल्सियस जैसा तापमान दुर्लभ है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले दिनों में पारा और गिर सकता है.
बच्चों के लिए बड़ा खतरा
अशौर अली और उनके बच्चे काबुल में अपने घर में एक कंबल में घुस कर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं. अफगानिस्तान में करीब 30 लाख बच्चों पर कुपोषण का खतरा है. देश में अंतरराष्ट्रीय मदद पहुंचाना मुश्किल साबित हो रहा है. तालिबान द्वारा महिलाओं के गैर सरकारी संगठनों के लिए काम करने पर प्रतिबंध लगा देने के बाद कई संगठनों ने देश में अपना काम ही बंद कर दिया है.
मदद की कमी
कई स्थानों पर पानी के पाइप जम गए हैं. कई परिवारों के पास गर्मी पाने का कोई साधन नहीं है. ऐसे में वो सिर्फ गर्म कपड़े पहन सकते हैं और रात में गर्म कंबल ओढ़ सकते हैं. इन हालात को देखते हुए, जर्मनी के अधिकारियों ने कहा है कि समय आ गया है कि तालिबान अपने द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों पर फिर से विचार करे. (क्लाउडिया डेन)