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आपदाभारत

हिमाचल में बादल फटा, कई लापता, उत्तर भारत में भारी नुकसान

१ अगस्त २०२४

दिल्ली-एनसीआर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश से जुड़े हादसों में कई लोगों की जान चली गई. हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद कई लोग लापता हैं.

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हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश के बाद विकराल रूप लेती सतलज नदी की 2023 की तस्वीर
हिमाचल प्रदेश में कई नदियां उफान पर हैंतस्वीर: AFP

केरल के वायनाड में हुई भूस्खलन त्रासदी के बाद बुधवार, 31 जुलाई को उत्तर भारत में भारी बारिश से जानमाल का नुकसान हुआ है. दिल्ली-एनसीआर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मूसलाधार बरसात के बाद अलग-अलग हादसों में कई लोगों के मारे जाने की खबर है.

हिमाचल प्रदेश में बुधवार को कम से कम तीन जगहों पर बादल फटा है. हादसे के बाद प्रभावित इलाकों से कम से कम 36 लोग लापता हैं. ब्यास और पार्वती नदियां उफान पर हैं. शिमला के पास एक बादल फटने के कारण एक सरकारी स्कूल की इमारत समेत कम से कम 12 मकानों को नुकसान पहुंचा है.

कई सड़कें भी बंद हो गई हैं. राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ), स्थानीय पुलिस, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), विशेष होम गार्ड, दमकल विभाग समेत कई एजेंसियां तलाश, बचाव और राहत कार्य में लगी हुई हैं.

पहाड़ी इलाकों में काफी नुकसान

हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड में भी भारी बारिश की वजह से कई हादसे हुए हैं. उत्तराखंड में अलग-अलग हादसों में अब तक कम से कम चार लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए हैं. कुछ लोग लापता भी हैं.

2023 में मॉनसून में क्या हुआ था पहाड़ी राज्यों का हाल

हरिद्वार में एक मकान के ढह जाने से दो लोगों की मौत हुई है. टिहरी-गढ़वाल जिले के एक इलाके में बादल फटने के बाद जारी बचाव और राहत कार्य के दौरान दो लाशें मिलीं. सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे रहने वाले लोगों को हटा लिया गया है.

बारिश की वजह से केदारनाथ यात्रा मार्ग की सड़क का कुछ हिस्सा बह गया, जिसकी वजह से अब करीब 200 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, 15 जून से अब तक उत्तराखंड में बारिश से जुड़े हादसों में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

दिल्ली-एनसीआर में स्थिति गंभीर

स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक, दिल्ली के मयूर विहार में एक महिला और उनके बेटे की एक खुले नाले में गिर कर मौत हो गई. उसके कुछ घंटों बाद गुरुग्राम में तीन पुरुषों की सड़क में जमा पानी में डूबी एक बिजली तार से झटका लगने पर मौत हो गई.

आपदा को पेड़ लगाकर रोका जा सकता है?

31 जुलाई को दिल्ली में एक घंटे के भीतर 100 मिलीमीटर बारिश हुई. सड़कों पर इतना पानी जमा हो गया कि गुरुवार को  दिल्ली-एनसीआर में लगभग सभी स्कूल बंद कर दिए गए. कुछ स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासें करवाईं.

दिल्ली के कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने से तीन की मौत

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुरुवार को और ज्यादा बारिश होगी. विभाग ने लोगों को यात्रा ना करने के लिए भी कहा है.मौसम की वजह से हवाई सेवाएं भी प्रभावित हुईं. अब तक दिल्ली आने वाली कम से कम 10 उड़ानों को जयपुर और लखनऊ डायवर्ट कर दिया गया है.