भूकंप से हुए बेघर, अब कैंपों में जिंदगी
6 फरवरी को आए भयानक भूकंप के कारण तुर्की और सीरिया में हजारों लोग बेघर हो गए हैं. वे अस्थायी शिविरों में रहने को मजबूर हैं. एक पल में लाखों लोगों की जिंदगी बदल गई. अब वे किस तरह से रह रहे हैं, देखिए इन तस्वीरों में.
स्टेडियम बन गया नया ठिकाना
26 साल के मोहम्मद ने तुर्की के कहमानरस शहर में स्थित स्टेडियम में एक टेंट में शरण ली है. भूकंप से मोहम्मद का घर तबाह हो गया. उन्होंने किसी तरह से अपने पालतू पक्षियों को बचाया. अब सभी इस कैंप में रह रहे हैं.
बच्चों को व्यस्त रखने का इंतजाम
तुर्की के इस्केंदरून शहर को भी भूकंप से भारी नुकसान पहुंचा है. सैकड़ों लोगों की जान चली गई कई बच्चे अनाथ हो गए हैं. हालांकि सभी बच्चों को व्यस्त रखकर दुख भुलाने की कोशिश की जा रही है. इस तस्वीर में बच्चे पेंटिंग कर रहे हैं.
छोटे कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी
पश्चिमोत्तर सीरिया के जबलेह जिले का रहने वाला यह बच्चा राहत कैंप से अपने परिवार के लिए रोटी लेकर जाता हुआ. यहां साफ पानी और भोजन की दिक्कत है.
स्कूल ही अब घर है
सीरिया के लताकिया के शरणार्थियों को रेफत दाहो स्कूल में पनाह दी गई है, तस्वीर में उस स्कूल के सामने का दृश्य.
उदास चेहरे पर खुशी के रंग
बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उन्हें तरह-तरह से खुश रखने की कोशिश की जा रही है. तुर्की के उस्मानिये में एक महिला बच्चे के गाल पर तस्वीर बनाकर उसे खुश करने की कोशिश कर रही है.
अल्लाह से मदद की गुहार
तुर्की और सीरिया में कई लोग धीरे-धीरे सामान्य जीवन की ओर लौटने की कोशिश कर रहे हैं. तुर्की के आदियामन शहर में शुक्रवार को सैकड़ों लोग नमाज अदा करते नजर आए.
खुश करने वाली थाली
कहमानरस में एक छोटा सा बच्चा राहत शिविर में भोजन की थाली लेने के बाद परिवार के पास लौटता हुआ. भूकंप के बाद हजारों लोगों को स्टेडियम में ही रखा गया है.
दुख भुलाने के लिए थोड़ा मनोरंजन
इस्केंदरून में हजारों भूकंप पीड़ित इन्हीं कैंपों में रह रहे हैं. उनके बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले लगाए गए हैं.
राशन के लिए लंबी लाइन
यह तस्वीर भी तुर्की के इस्केंदरून शहर की है. यहां लोगों को खाने पीने का सामान मुफ्त में दिया जा रहा है. जिनके पास जरूरी सामान नहीं हैं वे लंबी कतारों में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
पढ़ाई भी जरूरी
तस्वीर में दिख रही ये दोनों बच्चियां सीरिया से आई हैं और उन्होंने तुर्की के कहमानरस में एक शरणार्थी शिविर में शरण ली हैं. वे कैंप में अपनी पढ़ाई में व्यस्त दिख रही हैं.