सूअर जैसे जीव से समझ आया स्तनधारियों में दिमाग का विकास
२२ जून २०२४धरती का वातावरण उस वक्त ऐसा नहीं था जैसा आज है. 25 करोड़ साल पहले का स्कॉटलैंड आज की तरह धुंध और बारिश में लिपटा नहीं रहता था. इसकी बजाय वह एक रेतीले टीलों से भरे रेगिस्तान जैसा था. इस जमीन पर एक जीव पल रहा था जिसकी संरचना काफी हद तक आज के सूअरों जैसी थी. वैज्ञानिक इसे शुरूआती दौर का स्तनधारी बता रहे हैं. इसका मुंह चपटा और उभरे जबड़ों से दो दांत बाहर कि ओर निकले रहते थे. इसका नाम गोर्डोनिया था.
दिमाग की डिजिटल नकल
इस प्राचीन जीव के एक जीवाश्म पर हाई-रेजॉल्यूशन के थ्रीडी इमेंजिंग का इस्तेमाल कर रिसर्चर इसकी दिमाग की कोटर को देख पाने में सफल हुए हैं. विज्ञानकी मदद से उन्होंने उसके दिमाग की एक डिजिटल नकल भी तैयार की है. इससे शुरुआती स्तनधारियों के विकास के दौर में इस अहम अंग के आकार और बनावट के बारे में जानकारी मिली है.
गोर्डोनिया का दिमाग आधुनिक स्तनधारियों की तुलना में काफी अलग है. हालांकि इसके शरीर की तुलना में दिमाग के आकार से उस बुद्धिमानी के पूर्वाभास मिलते हैं जिसने इंसान समेत दूसरे स्तनधारियों का पृथ्वी पर दबदबा हासिल करने में मदद दी.
गोर्डोनिया पृथ्वी पर 25.4-25.2 करोड़ साल पहले रहा था. इसे स्तनधारियों के पूर्वजों में गिना जा सकता है. उस वक्त के स्तनधारियों में अभी सरीसृप पूर्वजों के कई गुण मौजूद थे. ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में जीवाश्म विज्ञान के रिसर्चर हाडी जॉर्ज का कहना है, "कुल मिला कर गोर्डोनिया का दिमाग स्तनधारी से ज्यादा सरीसृप जैसा है, लेकिन फिर भी यह बहुत हद तक हमसे मिलता जुलता है, ना कि आज मौजूद सरीसृपों से." हाडी जॉर्ज, लिनेयन सोसायटी की जूलॉजिकल जर्नल में इस हफ्ते छपी रिसर्च रिपोर्ट के प्रमुख लेखक हैं.
शरीर के अनुपात में बड़ा दिमाग
जॉर्ज ने बताया कि गोर्डोनिया के दिमाग का सामने का हिस्सा यानी फोरब्रेन किसी भी स्तनधारी की तुलना में अनुपात के आधार पर छोटा है. एडिनबरा यूनिवर्सिटी के जीवाश्म विज्ञानी और रिसर्च रिपोर्ट के वरिष्ठ लेख स्टीव ब्रुसेटे ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, "उसका दिमाग हमारे दिमाग से बिल्कुल अलग दिखता है, यह किसी बड़े बलून जैसा नहीं है बल्कि मोटे तौर पर लंबा है, किसी मोड़ वाले ट्यूब जैसा. हालांकि भले ही इसकी आकृति थोड़ी बेमेल है, लेकिन जब हम इसका आयतन मापते हैं तो पता चलता है कि यह इसके शरीर की तुलना में काफी बड़ा है."
उन्होंने यह भी कहा कि जबकि आधुनिक दौर के पशुओं की बुद्धिमानी को मापना बहुत मुश्किल है. तब जाहिर है कि बहुत पहले लुप्त हो चुके जीव जिसे कभी सीधे नहीं देखा गया, उसकी बुद्धिमानी कैसे पता चलेगी. हालांकि यह कहा जा सकता है कि उस दौर का वह बुद्धिमान जीव था. ब्रुसेटे का कहना है, "दूसरे जीवों की तुलना में इसके दिमाग के बढ़ते आकार से हम हमारे बड़े दिमाग की जड़ों के शुरुआती संकेतों को समझ सकते हैं."
डायनासोर से बहुत पुराना और शानदार शिकारी था यह जीव
सूअर जैसा था गोर्डोनिया
गोर्डोनिया करीब 3 फीट लंबा और लगभग 22 किलो वजनी था. इसका सिर लंबा और चौड़ा था. इसका शरीर सूअर जैसा था लेकिन पैर सूअर जितने लंबे नहीं थे. जॉर्ज ने बताया, "इसकी थूथन और दांतों के मेल ने एक शाकाहारी जीवन जीने में मदद दी, खासतौर से उस रेगिस्तान में रसीली जड़ों को खोद कर खाने में, जहां इन्होंने अपना घर बनाया."
यह खास तरह के स्तनधारी का प्राचीन स्वरूप है, जिसे डाइसीनोडोंट कहा जाता है. ये जीव पहली बार 26.5 करोड़ साल पहले धरती पर दिखने शुरू हुए और करीब 20 करोड़ साल पहले लुप्त हो गए. पृथ्वी पर 25.2 करोड़ साल पहले बड़े पैमाने पर जब जीव लुप्त हुए तो उसमें समूह के रूप में डाइसीनोडोंट किसी तरह बच गए लेकिन गोर्डोनिया नहीं बच सका.
दिमाग और शरीर के बीच रिश्ता ढूंढा वैज्ञानिकों ने
इसी घटना के बाद पहली बार धरती पर 23 करोड़ साल पहले डायनासोर पैदा हुए. स्तनधारी पृथ्वी पर 21 करोड़ साल पहले आए. वे विशाल डायनासोरों के विशाल कदमों के नीचे रह कर भी तेजी से विकास करते रहे. 66 लाख साल पहले जब उल्कापिंडों की बारिश के कारण डायनासोर खत्म हो गए तो फिर स्तनधारियों के लिए रास्ता साफ हो गया. अब उन्हें चुनौती देने वाला कोई नहीं बचा और उनका दबदबा बढ़ता चला गया.
गोर्डोनिया का जीवाश्म 1997 में एक बलु्आ पत्थर के ब्लॉक में दबा मिला था. इसमें इसकी खोपड़ी और निचला जबड़ा था.
एनआर/एडी (रॉयटर्स)