तकनीकी क्रांति है एप्पल का विजन-प्रो?
अमेरिकी टेक-कंपनी एप्पल ने अपना नया विजन-प्रो वीआर हेडसेट पेश किया है. कई मायनों में यह डिवाइस इंटरनेट की नई दुनिया का दरवाजा है. लेकिन क्या लोग इसे खरीदेंगे?
नई दुनिया का दरवाजा
एप्पल का विजन-प्रो वीआर हेडसेट कई मायनों में तकनीकी रूप से क्रांतिकारी है. इसके कई फीचर हैरान करने वाले हैं और देखने वालों को यकीन नहीं हुआ कि ऐसा हो सकता है.
चश्मा भी बन जाता है
लोग विजन-प्रो हेडसेट पहने व्यक्ति की आंखें देख सकते हैं. इसमें दो मोड हैं. अगर आप वीआर मोड में हैं तो स्क्रीन पूरी तरह वर्चुअल रिएलिटी में ले जाती है. अगर आप एआर मोड में हैं तो आपकी आंखें दिखाई देंगी और आप अन्य लोगों से वैसे ही बात करेंगे जैसे चश्मा पहनकर करते हैं.
हाथों के बिना
इस वीआर हेडसेट में आईआर कैमरा लगा है जिसके जरिये विजन-प्रो हर वक्त यूजर के शरीर की स्थिति और गतिविधियों को ट्रैक करता है. इस तरह बिना हाथों का इस्तेमाल किये वीआर का प्रयोग किया जा सकता है.
असलियत जैसा अवतार
वीआर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आपका अवतार इस्तेमाल होता है. जब आप इस हेडसेट के जरिये किसी से बात करेंगे तो आपका यह अवतार सामने वाले को नजर आएगा. और यह असलियत के बेहद करीब होगा. यानी आप किसी से इस तरह बात करेंगे जैसे आमने-सामने हों.
कितनी है कीमत
विजन-प्रो की कीमत 3,499 अमेरिकी डॉलर यानी भारतीय रुपयों में करीब तीन लाख रुपये बतायी गयी है. कई विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है कि इस कीमत पर लोग क्या वाकई इस वीआर हेडसेट को खरीदेंगे.